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गूगल की नौकरी छोड़ लडकी बनी साध्वी, अब जी रही है ऐसा जीवन...
वाराणसी। हर किसी का सपना होता है कि वो पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करें और खूब पैसा कमाएं। लेकिन एक लडकी ने लाखों रुपए की नौकरी को छोड वैराग्य जीवन अपना लिया। जी हां, इन दिनों उत्तरप्रदेश के काशी में चल रही परम धर्म संसद 1008 में हिस्सा ले रहीं साध्वी ब्रह्मवादिनी देवी स्कंद गूगल की नौकरी और लाखों का सैलरी पैकेज छोडक़र साध्वी बनीं।
साध्वी ब्रह्मवादिनी देवी स्कंद धर्म संसद में सबसे कम उम्र प्रतिनिधि हैं। दिल्ली में पली बढ़ी साध्वी ब्रह्मवादिनी देवी स्कंद एक बड़े कारोबारी की बेटी हैं। शुरू से ही इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया, फिर सीएस की पढ़ाई की।
शिक्षा के बल पर ही गूगल जैसी कंपनी में नौकरी लगी। करीब एक साल तक नौकरी की।
साध्वी ब्रह्मवादिनी देवी स्कंद धर्म संसद में सबसे कम उम्र प्रतिनिधि हैं। दिल्ली में पली बढ़ी साध्वी ब्रह्मवादिनी देवी स्कंद एक बड़े कारोबारी की बेटी हैं। शुरू से ही इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया, फिर सीएस की पढ़ाई की।
शिक्षा के बल पर ही गूगल जैसी कंपनी में नौकरी लगी। करीब एक साल तक नौकरी की।
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