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चलती ट्रेन में सामूहिक दुष्कर्म, रेलवे पुलिस ने डांट कर भगा दिया
कुरुक्षेत्र। चलती ट्रेन में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित युवती की यहां
राजकीय रेलवे पुलिस ने भी कोई मदद नहीं की। उसे डांट फटकार कर भगा दिया। इस
दौरान अभियुक्त भी फरार हो गए। बाद में एक महिला की मदद से फरीदाबाद
जीआरपी थाने में मामला दर्ज कराया। इसके बाद जाकर पुलिस जागी और अभियुक्तों
के खिलाफ केस दर्ज हुआ। लापरवाही बरतने पर कुरुक्षेत्र जीआरपी थाने के सभी
कर्मचारियों पर भी केस दर्ज किया गया है।
गोरखपुर लौटते वक्त गलत ट्रेन में बैठ गई थी
पुलिस के मुताबिक, पीडि़त युवती 18 अप्रैल को गोरखपुर से अकेले वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकली थी। वह दर्शन कर 24 अप्रैल को चंडीगढ़ आ गई। यहां मनसा देवी का दर्शन करने के बाद कालका से रात 11 बजकर 55 मिनट पर चलने वाली कालका-हावड़ा मेल (12312) में चंडीगढ़ से बैठ गई।
करनाल पहुंचने पर उसे लगा कि वह गलत ट्रेन में बैठ गई है क्योंकि उसे गोरखपुर जाने वाली ट्रेन पकड़नी थी। वह करनाल में ही उतर गई तथा 4 बजकर 10 मिनट पर पानीपत से अंबाला की ओर से जा रही पैसेंजर में बैठ गई। उसकी बोगी में कुछ युवक ही थे। उन्होंने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
कुरुक्षेत्र में ट्रेन रुकने पर वह उतरी और बदहवास हालत में जीआरपी थाने गई। वहां तैनात पुलिसकर्मियों को उसने सारी बात बताई, लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी और भगा दिया। वह बदहवास इधर-उधर रेलवे स्टेशन पर घूमने लगी। एक महिला यात्री ने उसके दर्द को समझा और उसे पलवल जा रही ईएमयू में अपने साथ फरीदाबाद ले गई। फरीदाबाद जीआरपी ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई की। एसपी रेलवे कंवलदीप ने बताया कि महिला की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं करने पर उस समय जीआरपी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच बैठा दी गई है।
नहीं थी कोई महिला पुलिसकर्मी
महिला पहुंची तो जीआरपी थाने में नाइट ड्यूटी आफिसर व एक अन्य कर्मचारी तैनात था। रात्रि के समय कोई महिला पुलिसकर्मी तैनात नहीं थी। नियमों के मुताबिक महिला पुलिस कर्मी की तैनाती होनी चाहिए थी। केस की जांच के लिए अंबाला से जीआरपी के डीएसपी शीतल सिंह कुरुक्षेत्र पहुंचे। उन्होंने आरपीएफ चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली। सीसीटीवी कैमरे में पहचान करने की कोशिश जारी है।
गोरखपुर लौटते वक्त गलत ट्रेन में बैठ गई थी
पुलिस के मुताबिक, पीडि़त युवती 18 अप्रैल को गोरखपुर से अकेले वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकली थी। वह दर्शन कर 24 अप्रैल को चंडीगढ़ आ गई। यहां मनसा देवी का दर्शन करने के बाद कालका से रात 11 बजकर 55 मिनट पर चलने वाली कालका-हावड़ा मेल (12312) में चंडीगढ़ से बैठ गई।
करनाल पहुंचने पर उसे लगा कि वह गलत ट्रेन में बैठ गई है क्योंकि उसे गोरखपुर जाने वाली ट्रेन पकड़नी थी। वह करनाल में ही उतर गई तथा 4 बजकर 10 मिनट पर पानीपत से अंबाला की ओर से जा रही पैसेंजर में बैठ गई। उसकी बोगी में कुछ युवक ही थे। उन्होंने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
कुरुक्षेत्र में ट्रेन रुकने पर वह उतरी और बदहवास हालत में जीआरपी थाने गई। वहां तैनात पुलिसकर्मियों को उसने सारी बात बताई, लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी और भगा दिया। वह बदहवास इधर-उधर रेलवे स्टेशन पर घूमने लगी। एक महिला यात्री ने उसके दर्द को समझा और उसे पलवल जा रही ईएमयू में अपने साथ फरीदाबाद ले गई। फरीदाबाद जीआरपी ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई की। एसपी रेलवे कंवलदीप ने बताया कि महिला की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं करने पर उस समय जीआरपी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच बैठा दी गई है।
नहीं थी कोई महिला पुलिसकर्मी
महिला पहुंची तो जीआरपी थाने में नाइट ड्यूटी आफिसर व एक अन्य कर्मचारी तैनात था। रात्रि के समय कोई महिला पुलिसकर्मी तैनात नहीं थी। नियमों के मुताबिक महिला पुलिस कर्मी की तैनाती होनी चाहिए थी। केस की जांच के लिए अंबाला से जीआरपी के डीएसपी शीतल सिंह कुरुक्षेत्र पहुंचे। उन्होंने आरपीएफ चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली। सीसीटीवी कैमरे में पहचान करने की कोशिश जारी है।
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कुरुक्षेत्र
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