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प्रदेश में विटामिन ‘ए’ और ‘डी’ युक्त फोर्टिफाइड दूध का शुभारम्भ
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज टाटा ट्रस्ट और नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड की सहायता से हिमाचल प्रदेश दूध प्रसंघ के विटामिन ‘ए’ और ‘डी’ से युक्त फोर्टिफाइड दूध ‘हिम गौरी’ का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि लोगों को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए फोर्टिफाइड दूध का इस्तेमाल विश्वभर में किया जाता है। सामान्य दूध की तुलना में इस दूध के अनेक लाभ हैं। यह गाय का ऐसा दूध है जिसमें अतिरिक्त विटामिन और खनिज होते हैं और ये स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी है। आज बाजार में उपलब्ध ज्यादातर खाद्य पदार्थों की पैकिंग पर पोषक तत्वों की जानकारी प्रदान की जाती है, लेकिन इसके बावजूद इस दिशा में अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि दूध का इस्तेमाल मुख्यतः बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए किया जाता है, इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि इसमें सभी जरूरी सामग्री का समावेश हो।
सीएम ठाकुर ने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि मिल्कफेड प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से प्रतिदिन 1.40 लाख लीटर दूध एकत्र कर रहा है। डेयरी विकास प्रदेश की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह क्षेत्र वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच भी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सम्भवतः देश का पहला राज्य है, जो अपने उपभोक्ताओं को फोर्टिफाइड गेहूं का आटा उपलब्ध करवा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि लोगों को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए फोर्टिफाइड दूध का इस्तेमाल विश्वभर में किया जाता है। सामान्य दूध की तुलना में इस दूध के अनेक लाभ हैं। यह गाय का ऐसा दूध है जिसमें अतिरिक्त विटामिन और खनिज होते हैं और ये स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी है। आज बाजार में उपलब्ध ज्यादातर खाद्य पदार्थों की पैकिंग पर पोषक तत्वों की जानकारी प्रदान की जाती है, लेकिन इसके बावजूद इस दिशा में अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि दूध का इस्तेमाल मुख्यतः बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए किया जाता है, इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि इसमें सभी जरूरी सामग्री का समावेश हो।
सीएम ठाकुर ने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि मिल्कफेड प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से प्रतिदिन 1.40 लाख लीटर दूध एकत्र कर रहा है। डेयरी विकास प्रदेश की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह क्षेत्र वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच भी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सम्भवतः देश का पहला राज्य है, जो अपने उपभोक्ताओं को फोर्टिफाइड गेहूं का आटा उपलब्ध करवा रहा है।
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