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यूपी के 7 जिलों में बाढ़ का खतरा, उत्तराखंड जलाशय में बढ़ता जा रहा जलस्तर

बिजनौर । उत्तराखंड के
रामगंगा नदी स्थित कालागढ़ बांध के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के सात
जिलों को आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना के चलते चेतावनी जारी
की है।
यूपी के सात जिले, जहां से होकर रामगंगा नदी बहती है, उनके जिला प्रशासन को
तत्काल अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गई है।
अधिकारियों ने कहा, पहाड़ियों में भारी बारिश हुई है और जलाशय धीरे-धीरे भर रहा है। अगर जलाशय का स्तर 355 मीटर तक बढ़ जाता है, तो पानी छोड़ना होगा और इससे यूपी के जिलों के निचले इलाकों में पानी भर जाएगा।
अधिकारियों ने जिन 7 जिलों को चेतावनी दी है, उनमें बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर और फरुर्खाबाद शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में जिला अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है, जलाशय की क्षमता 365 मीटर तक है। एक बार जब जल स्तर 355 मीटर से अधिक हो जाता है, तो अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए बांध के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। इससे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है।
गौरतलब है, किसानों ने कई हेक्टेयर भूमि पर कब्जा किया हुआ है और कुछ ने नदी के किनारे ईंट के घर भी बनाए हुए है। ऐसे में पानी छोड़े जाने पर इन लोगों को खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
बिजनौर के जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा, ''हमारी तत्काल प्राथमिकता नदी किनारे अतिक्रमणों को हटाना है। जिले में ऐसे अतिक्रमणों को जल्द से जल्द हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।''
--आईएएनएस
अधिकारियों ने कहा, पहाड़ियों में भारी बारिश हुई है और जलाशय धीरे-धीरे भर रहा है। अगर जलाशय का स्तर 355 मीटर तक बढ़ जाता है, तो पानी छोड़ना होगा और इससे यूपी के जिलों के निचले इलाकों में पानी भर जाएगा।
अधिकारियों ने जिन 7 जिलों को चेतावनी दी है, उनमें बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर और फरुर्खाबाद शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में जिला अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है, जलाशय की क्षमता 365 मीटर तक है। एक बार जब जल स्तर 355 मीटर से अधिक हो जाता है, तो अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए बांध के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। इससे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है।
गौरतलब है, किसानों ने कई हेक्टेयर भूमि पर कब्जा किया हुआ है और कुछ ने नदी के किनारे ईंट के घर भी बनाए हुए है। ऐसे में पानी छोड़े जाने पर इन लोगों को खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
बिजनौर के जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा, ''हमारी तत्काल प्राथमिकता नदी किनारे अतिक्रमणों को हटाना है। जिले में ऐसे अतिक्रमणों को जल्द से जल्द हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।''
--आईएएनएस
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