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उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों को मिलेगा स्वच्छ पेयजल
निदेशक पंचायतीराज ब्रह्मदेव
राम तिवारी ने कहा कि दो दिसंबर 2019 को प्रदेश के सभी जिला पंचायत राज
अधिकारियों को पत्र लिखकर बाढ़ग्रस्त एवं जल भराव वाले इलाकों में इंडिया
मार्क टू हैंडपम्प के चबूतरे को 3 से 4 फीट ऊंचा बनाने के निर्देश दिए गए
हैं। इससे जल स्रोत प्रदूषित नहीं होगा। भूमिगत जल के रिचार्ज करने की
खातिर हैंडपम्प से निकले वेस्ट वॉटर के लिए सोकपिट बनाने के निर्देश भी दिए
हैं।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दे चुके सहायक अभियंता राज नारायण द्विवेदी ने कहा, "बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हैंडपम्प का फांउडेशन ऊंचा बनाने से लोगों को पीने के पानी की दिक्कत नहीं होगी। दो सीढ़िया भी बनाई जानी चाहिए। इससे एक तरफ से लोग पानी लेकर निकल सकेंगे। इतना ही नहीं, बाढ़ से अधिक उंचाई पर बोरिंग करने के बाद जो जमीन लेवल पर पाइप आता है, उसे सील कर दिया जाना चाहिए। इसके बाद सरफेस वाटर बोर में नहीं जा पाएगा। जिससे पानी प्रदूषित नहीं होगा।"
(आईएएनएस)
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दे चुके सहायक अभियंता राज नारायण द्विवेदी ने कहा, "बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हैंडपम्प का फांउडेशन ऊंचा बनाने से लोगों को पीने के पानी की दिक्कत नहीं होगी। दो सीढ़िया भी बनाई जानी चाहिए। इससे एक तरफ से लोग पानी लेकर निकल सकेंगे। इतना ही नहीं, बाढ़ से अधिक उंचाई पर बोरिंग करने के बाद जो जमीन लेवल पर पाइप आता है, उसे सील कर दिया जाना चाहिए। इसके बाद सरफेस वाटर बोर में नहीं जा पाएगा। जिससे पानी प्रदूषित नहीं होगा।"
(आईएएनएस)
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