Advertisement
उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों को मिलेगा स्वच्छ पेयजल
इंडिया मार्क टू हैंडपंप के साथ 3 से 4 फीट ऊंचा चबूतरा एवं सोक पिट का निर्माण हुआ है। जल निकासी के लिए नाली बनी है। जानकारों का कहना है कि इन बाढ़ग्रस्त गांवों में बाढ़ के पानी की ऊंचाई कभी भी ढाई फुट से अधिक नहीं रही। ऐसी स्थिति में बाढ़ के दौरान भी हैंडपंप से पीने का साफ पानी मिलेगा और घिरे लोग अपनी प्यास मिटा सकेंगे।
विधायक जटाशंकर त्रिपाठी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल संरक्षण और शुद्घ पेयजल उपलब्ध कराने की बड़ी चुनौती है। बाढ़ के दौरान सबसे ज्यादा पीने के पानी की किल्लत होती है। ऐसे कई जिले हैं जो इसकी चपेट में आते हैं। प्रयोग के तौर पर मैंने अपनी विधानसभा में इंडिया मार्क टू हैंडपंप के चबूतरे तीन से चार फीट उंचाई पर बनवाए हैं। सोक पिट बनाकर हैंडपंप से दूर जलनिकासी तय की। अभी केवल 5 हैंडपंप लगाए गए हैं।"
Advertisement
Advertisement
लखनऊ
उत्तर प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement