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हमीरपुर में युवक मुंह से पकड़ लाता है जिंदा मछली, हुनर बना रोटी का जरिया
सुघर ने बताया कि यह कोई जादू नहीं है। इसमें सिर्फ ध्यान देना पड़ता है।
पानी में देर तक सांस रोके हुए मछली के पीछे जाना पड़ता है। उसके बाद मछली
खुद अपने आप पकड़ में आ जाती है। उन्होंने बताया कि मछली पकड़ने के लिए
पानी के अंदर मछली की तरह ही चलना पड़ता है।
निषाद ने बताया कि मछली के ऊपर हाथ रखते ही वह रुक जाती है। इस क्रिया-कलाप के दौरान मछलियों ने सुघर को कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।
सुघर ने बताया कि वह नहाते समय ही हाथ और मुंह से मछली पकड़ते हैं। यह उनका शौक है। वह लोगों के कहने पर उनकी पसंद की मछलियां भी नदी से निकाल देते हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी रोजी-रोटी का यही जरिया है। वह रोज 10 से 15 किलो तक मछलियां पकड़ते हैं, जिससे हजार-दो हजार की कमाई हो जाती है। परिवार बड़ा है, इसीलिए वह ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने की कोशिश करते हैं। तैराकी और गोताखोरी की इस अनोखी प्रतिभा के कारण यमुना नदी में जब कभी कोई डूब जाता है तो प्रशासन के अधिकारी इस युवक की मदद लेते हैं। सुघर कई लोगों की जान बचा चुके हैं।
सुघर के इस अदांज को देखकर लोग बॉलीवुड सुपर स्टार ऋतिक रोशन की फिल्म 'कृष' के किरदार कृष्णा से उनकी तुलना करने लगे हैं। लोग बड़े गौर से उसके हुनर को देखने नदी पर जाते हैं। 24 वर्षीय सुघर की इस प्रतिभा की तारीफ करते हुए लोग उसे 'बुंदेलखंड का फिशरमैन' उपाधि देने लगे हैं।
(आईएएनएस)
निषाद ने बताया कि मछली के ऊपर हाथ रखते ही वह रुक जाती है। इस क्रिया-कलाप के दौरान मछलियों ने सुघर को कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।
सुघर ने बताया कि वह नहाते समय ही हाथ और मुंह से मछली पकड़ते हैं। यह उनका शौक है। वह लोगों के कहने पर उनकी पसंद की मछलियां भी नदी से निकाल देते हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी रोजी-रोटी का यही जरिया है। वह रोज 10 से 15 किलो तक मछलियां पकड़ते हैं, जिससे हजार-दो हजार की कमाई हो जाती है। परिवार बड़ा है, इसीलिए वह ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने की कोशिश करते हैं। तैराकी और गोताखोरी की इस अनोखी प्रतिभा के कारण यमुना नदी में जब कभी कोई डूब जाता है तो प्रशासन के अधिकारी इस युवक की मदद लेते हैं। सुघर कई लोगों की जान बचा चुके हैं।
सुघर के इस अदांज को देखकर लोग बॉलीवुड सुपर स्टार ऋतिक रोशन की फिल्म 'कृष' के किरदार कृष्णा से उनकी तुलना करने लगे हैं। लोग बड़े गौर से उसके हुनर को देखने नदी पर जाते हैं। 24 वर्षीय सुघर की इस प्रतिभा की तारीफ करते हुए लोग उसे 'बुंदेलखंड का फिशरमैन' उपाधि देने लगे हैं।
(आईएएनएस)
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