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PM मोदी की शीर्ष प्राथमिकता UP चुनाव से पहले जल संकट का समाधान
इन तीनों मंत्रालयों को भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा माना जाता है, जिस कारण
परियोजनाएं या तो लंबित रहती हैं या उनका लाभ वास्तविक लाभार्थी को नहीं
मिल पाता। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने आश्वासन दिया है कि इन
मंत्रालयों में भ्रष्ट इंजीनियरों और अधिकारियों की पहचान करने के लिए
विशेष अभियान चलाया जाएगा और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उत्तर
प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के कारण सत्र 2016-17 में लगभग 700 करोड़ रुपयों
का उपयोग नहीं कर पाई।
इन विभागों में यह भ्रष्टाचार पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकारों के समय से व्याप्त है। पूर्ववर्ती सरकार में सिंचाई विभाग मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव, जबकि जल निगम आजम खान के पास था। इन मंत्रालयों में भ्रष्टाचार की कई शिकायतें अब खुल रही हैं। सूत्रों ने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शेखावत को उत्तर प्रदेश में जल संकट को उनके मंत्रालय की वरीयता सूची में शीर्ष पर रखने का निर्देश दिया है।
इन विभागों में यह भ्रष्टाचार पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकारों के समय से व्याप्त है। पूर्ववर्ती सरकार में सिंचाई विभाग मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव, जबकि जल निगम आजम खान के पास था। इन मंत्रालयों में भ्रष्टाचार की कई शिकायतें अब खुल रही हैं। सूत्रों ने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शेखावत को उत्तर प्रदेश में जल संकट को उनके मंत्रालय की वरीयता सूची में शीर्ष पर रखने का निर्देश दिया है।
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