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राज्यपाल मिश्र को ‘घुश्मेश्वर गाथा’ की प्रथम प्रति भेंट
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र को शुक्रवार को राजभवन में शिवाड़ समाज जयपुर के अध्यक्ष नवल जैन और महामंत्री हरीश पाराशर ने ‘घुश्मेश्वर गाथा’ की प्रथम प्रति भेंट की।
शिवाड़ समाज जयपुर द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक के लेखक और वरिष्ठ पत्रकार हरीश पाराशर ने बताया कि ’घुश्मेश्वर गाथा’ में भगवान शंकर के बारहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में मान्यता रखने वाले सवाई माधोपुर जिले में शिवाड़ स्थित पावन तीर्थ स्थल घुश्मेश्वर महादेव की प्राचीनता, यहां मिले असंख्य शिवलिगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है।
उन्होंने बताया कि पुस्तक में शिवाड़ के पौराणिक, ऎतिहासिक तथ्यों के साथ ही यहां से जुड़ी अलौकिक घटनाओं और आस-पास के दर्शनीय स्थानों पर विशद जानकारी दी गयी है। धार्मिक और ऎतिहासिक महत्व की इस पुस्तक में घुश्मेश्वर मंदिर में राजाओं के दौर में बनाए अन्य मंदिरों, तालाबों, कुँए-बावड़ियों और इतिहास से जुड़े अनछुए पहलुओं की महत्वपूर्ण जानकारियां भी इस पुस्तक में हैं। शिवाड़ समाज के अध्यक्ष ने राज्यपाल से सावन माह में शिवाड़ आने के लिए आमंत्रित भी किया।
शिवाड़ समाज जयपुर द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक के लेखक और वरिष्ठ पत्रकार हरीश पाराशर ने बताया कि ’घुश्मेश्वर गाथा’ में भगवान शंकर के बारहवें ज्योतिर्लिंग के रूप में मान्यता रखने वाले सवाई माधोपुर जिले में शिवाड़ स्थित पावन तीर्थ स्थल घुश्मेश्वर महादेव की प्राचीनता, यहां मिले असंख्य शिवलिगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है।
उन्होंने बताया कि पुस्तक में शिवाड़ के पौराणिक, ऎतिहासिक तथ्यों के साथ ही यहां से जुड़ी अलौकिक घटनाओं और आस-पास के दर्शनीय स्थानों पर विशद जानकारी दी गयी है। धार्मिक और ऎतिहासिक महत्व की इस पुस्तक में घुश्मेश्वर मंदिर में राजाओं के दौर में बनाए अन्य मंदिरों, तालाबों, कुँए-बावड़ियों और इतिहास से जुड़े अनछुए पहलुओं की महत्वपूर्ण जानकारियां भी इस पुस्तक में हैं। शिवाड़ समाज के अध्यक्ष ने राज्यपाल से सावन माह में शिवाड़ आने के लिए आमंत्रित भी किया।
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