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प्रदर्शनियों से प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है: नरेन्द्र ठाकुर
हमीरपुर (विजयेन्दर शर्मा)। विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के साथ साथ
प्रैक्टिकल शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता होती है, प्रैक्टिकल शिक्षा के
माध्यम से ही विद्यार्थियों के अंदर छिपी प्रतिभा को विकसित किया जा सकता
है तथा स्वयं प्रैक्टिकल तौर पर कार्य करने से कुछ नया करने की जिज्ञासा भी
पैदा होती हैै। ये विचार सदर चुनाव क्षेत्र के विधायक नरेन्द्र ठाकुर ने स्थानीय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) में इंस्पायर अवार्ड के
तहत छठीं जिला स्तरीय मॉडल और प्रोजेक्ट प्रदर्शनी का शुभारम्भ करने के
उपरान्त अपने संबोधन में व्यक्त किए ।
उन्होंने कहा कि विज्ञान में बच्चों को मात्र फार्मूले सिखाना नहीं अपितु उन्हें अपने परिवेश में प्रतिदिन होने वाली छोटी-छोटी गतिविधियों से व्यवहारिक रूप में अध्ययन बारे प्रेरित कर उसमें रूचि पैदा करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडल अन्य बच्चों को भी विज्ञान में रूचि पैदा करने की ओर प्रेरित करते है। उन्होंने कहा कि बच्चों में छुपी प्रतिभा को निखारने के लिये प्रदेश सरकार समय- समय पर उचित मंच प्रदान कर रही है ताकि बच्चों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिल सके । इस अवसर पर उन्होंने अपनी एैच्छिक निधी से 11 हजार रूपए देने की भी घोषणा की।
उप शिक्षा निदेशक(उच्चतर) सोमदत्त सांख्यान ने शिक्षा विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं की जानकारी दी। इससे पहले स्कूल की प्रधानाचार्य मंजु ठाकुर ने मुख्यतिथि का स्वागत किया तथा स्कूल द्वारा बच्चों के सर्वागींण विकास के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर अश्वनी चम्वयाल विज्ञान पर्यवेक्षक ने बताया कि इस तीन दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में जिला हमीरपुर तथा बिलासपुर के विभिन्न स्कूलों के 550 छात्र भाग ले रहे है।
उन्होंने कहा कि विज्ञान में बच्चों को मात्र फार्मूले सिखाना नहीं अपितु उन्हें अपने परिवेश में प्रतिदिन होने वाली छोटी-छोटी गतिविधियों से व्यवहारिक रूप में अध्ययन बारे प्रेरित कर उसमें रूचि पैदा करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडल अन्य बच्चों को भी विज्ञान में रूचि पैदा करने की ओर प्रेरित करते है। उन्होंने कहा कि बच्चों में छुपी प्रतिभा को निखारने के लिये प्रदेश सरकार समय- समय पर उचित मंच प्रदान कर रही है ताकि बच्चों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिल सके । इस अवसर पर उन्होंने अपनी एैच्छिक निधी से 11 हजार रूपए देने की भी घोषणा की।
उप शिक्षा निदेशक(उच्चतर) सोमदत्त सांख्यान ने शिक्षा विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं की जानकारी दी। इससे पहले स्कूल की प्रधानाचार्य मंजु ठाकुर ने मुख्यतिथि का स्वागत किया तथा स्कूल द्वारा बच्चों के सर्वागींण विकास के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर अश्वनी चम्वयाल विज्ञान पर्यवेक्षक ने बताया कि इस तीन दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में जिला हमीरपुर तथा बिलासपुर के विभिन्न स्कूलों के 550 छात्र भाग ले रहे है।
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