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केरल विधानसभा की पर्यावरण समिति ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक, पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर हुई चर्चा
उदयपुर। केरल विधानसभा की पर्यावरण समिति शुक्रवार को उदयपुर दौरे पर रही। पूर्व कृषि मंत्री एवं समिति अध्यक्ष मुल्लकर रत्नकरण के साथ आए समिति सदस्यों ने सर्किट हाउस में जिले के पर्यावरण से जुड़े अधिकारियों के साथ जिले की पर्यावरण स्थिति पर चर्चा की।
सदस्यों ने झीलों की स्थिति, ईको सिस्टम, भूजल गुणवत्ता, प्रदूषण नियंत्रण और झील संरक्षण, झीलों की सफाई, सीवरेज ट्रीटमेंट, झीलों के बचाव एवं शहर में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नगर निगम का रोल, शहर की सबसे बड़ी झील उदयसागर की स्थिति, जल की गुणवत्ता बनाए रखने, तापमान की स्थिति, पेयजल आपूर्ति, प्रदूषण नियंत्रण, प्लास्टिक बैन, वेस्ट कलेक्शन, ईरिक्शा, वनाधिकारण आदि विषयों पर जानकारी प्राप्त की।
बैठक में जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) संजय कुमार, नगर निगम आयुक्त अंकित कुमार, उप वन संरक्षक अजीत ऊचोई, अतिरिक्त आयुक्त अनिल शर्मा, नगर विकास प्रन्यास के विशेषाधिकारी विनय पाठक सहित पुलिस, चिकित्सा वन, खनन, प्रदूषण नियंत्रण व अन्य विभागीय अधिकारी ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया।
बैठक में नगर निगम आयुक्त सिंह ने शहर में नगर निगम के तत्वावधान में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, निगम क्षेत्र में कचरा संग्रहण, नियमित साफ-सफाई, ई-रिक्शा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं नगर विकास प्रन्यास के विशेषाअधिकारी ने शहरी विकास के लिए जारी कार्यों एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र के किए गए प्रयासों, झील संरक्षण आदि के बारे में बताया। प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के पदाधिकारियों ने शहर के प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इको ट्यूरिज्म के बारे में चर्चा करते हुए समिति सदस्यों को उप वन संरक्षण अजित ऊंचोई ने बताया कि शहर के जैव विविधता पार्क, बड़ी तालाब सहित शहर के समीप इको ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी प्रयास किए गए है।
शहर के सौंदर्यीकरण एवं स्वच्छता की सराहना करते हुए केरल विधानसभा की पर्यावरण समिति के सदस्यों ने नगर निगम एवं यूआईटी के प्रबंधन की सराहना की।
सदस्यों ने झीलों की स्थिति, ईको सिस्टम, भूजल गुणवत्ता, प्रदूषण नियंत्रण और झील संरक्षण, झीलों की सफाई, सीवरेज ट्रीटमेंट, झीलों के बचाव एवं शहर में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नगर निगम का रोल, शहर की सबसे बड़ी झील उदयसागर की स्थिति, जल की गुणवत्ता बनाए रखने, तापमान की स्थिति, पेयजल आपूर्ति, प्रदूषण नियंत्रण, प्लास्टिक बैन, वेस्ट कलेक्शन, ईरिक्शा, वनाधिकारण आदि विषयों पर जानकारी प्राप्त की।
बैठक में जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) संजय कुमार, नगर निगम आयुक्त अंकित कुमार, उप वन संरक्षक अजीत ऊचोई, अतिरिक्त आयुक्त अनिल शर्मा, नगर विकास प्रन्यास के विशेषाधिकारी विनय पाठक सहित पुलिस, चिकित्सा वन, खनन, प्रदूषण नियंत्रण व अन्य विभागीय अधिकारी ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया।
बैठक में नगर निगम आयुक्त सिंह ने शहर में नगर निगम के तत्वावधान में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, निगम क्षेत्र में कचरा संग्रहण, नियमित साफ-सफाई, ई-रिक्शा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं नगर विकास प्रन्यास के विशेषाअधिकारी ने शहरी विकास के लिए जारी कार्यों एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र के किए गए प्रयासों, झील संरक्षण आदि के बारे में बताया। प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के पदाधिकारियों ने शहर के प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इको ट्यूरिज्म के बारे में चर्चा करते हुए समिति सदस्यों को उप वन संरक्षण अजित ऊंचोई ने बताया कि शहर के जैव विविधता पार्क, बड़ी तालाब सहित शहर के समीप इको ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी प्रयास किए गए है।
शहर के सौंदर्यीकरण एवं स्वच्छता की सराहना करते हुए केरल विधानसभा की पर्यावरण समिति के सदस्यों ने नगर निगम एवं यूआईटी के प्रबंधन की सराहना की।
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