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प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर अधिक से अधिक उपलब्ध हो: मुख्यमंत्री
मनोहर लाल ने राज्य की युवा शक्ति को
रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के कार्य में सरकार व उद्योग जगत को परस्पर
समंवय स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। समागम के दौरान मुख्यमंत्री ने
विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के माध्यम से युवाओं के कौशल विकास कराने
वाले औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया। समागम के
दौरान उद्यमियों ने भविष्य की जरूरतों के अनुसार कुशल श्रम शक्ति तैयार
करने के लिए हरियाणा सरकार के प्रयासों की सराहना की तथा अधिक से अधिक
रोजगार देने वाले क्षेत्रों की जरूरतों से मुख्यमंत्री को अवगत भी कराया।
मुख्यमंत्री ने ध्यान पूर्वक सभी की बात सुनते हुए अधिकारियों को आने वाले समय में ऐसी नीतियां तैयार करने के निर्देश दिए जो समय के अनुकूल रोजगारपरक हो। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से उद्यमियों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया गया है जिसमें 17 विभागों द्वारा दी जाने वाली एनओसी उद्यमियों को 45 दिन में देनी अनविार्य है और यदि नही दी जाती है तो उसे डीम्ड माना जाएगा। विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन मुख्यमंत्री ने किया।
कौशल शिक्षा उद्योग समागम में उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए समागम के उददेश्य से अवगत करवाया। उन्होने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर हरियाणा सरकार पूरा ध्यान दे रही है और औद्योगिक इकाईयों के साथ जुडकर रोजगार के अवसर भी स़ृजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भी यह शिक्षा का ड्यूअल सिस्टम क्रियान्वित किया जा रहा है। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, विधायक गुरूग्राम उमेश अग्रवाल, उद्योग विभाग के एसीएस देवेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर राज नेहरू, मेयर मधु आजाद, उपायुक्त अमित खत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान सहित विभिन्न ओद्यौगिक इकाईओं के सीईओ व संचालक मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने ध्यान पूर्वक सभी की बात सुनते हुए अधिकारियों को आने वाले समय में ऐसी नीतियां तैयार करने के निर्देश दिए जो समय के अनुकूल रोजगारपरक हो। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से उद्यमियों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया गया है जिसमें 17 विभागों द्वारा दी जाने वाली एनओसी उद्यमियों को 45 दिन में देनी अनविार्य है और यदि नही दी जाती है तो उसे डीम्ड माना जाएगा। विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन मुख्यमंत्री ने किया।
कौशल शिक्षा उद्योग समागम में उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए समागम के उददेश्य से अवगत करवाया। उन्होने कहा कि युवाओं के कौशल विकास पर हरियाणा सरकार पूरा ध्यान दे रही है और औद्योगिक इकाईयों के साथ जुडकर रोजगार के अवसर भी स़ृजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भी यह शिक्षा का ड्यूअल सिस्टम क्रियान्वित किया जा रहा है। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, विधायक गुरूग्राम उमेश अग्रवाल, उद्योग विभाग के एसीएस देवेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर राज नेहरू, मेयर मधु आजाद, उपायुक्त अमित खत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान सहित विभिन्न ओद्यौगिक इकाईओं के सीईओ व संचालक मौजूद रहे।
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