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शिक्षा मंत्री देवनानी ने किया पलटवार-कांग्रेस के बयान को बताया आधा अधूरा
अजमेर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने आज
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रदेश की शिक्षा
व्यवस्था पर दिये गये बयान को अधूरी जानकारी वाला बताते हुए कहा कि राजनीति
से प्रेरित उनके बोल जनता को भ्रमित करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पहले पूरी जानकारी लेकर बयान देना चाहिए।
आधी अधूरी जानकारी के बयान के कारण ही लोग राहुल गांधी की बातों का विश्वास
नहीं करते है।
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस के शासन में राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। प्रदेश में शिक्षा के बिगड़े ढांचे को हम पटरी पर लेकर आए है। स्कूलों के सुदृढीकरण एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कार्य किये गये है जिन्हें देशभर में सराहा गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में 26वें स्थान पर था जो कि आज दूसरे स्थान पर है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रदेश में स्कूलों को बन्द करने के आरोप को पूरी तरह से झूठा करार देते हुए कहा कि या तो राहुल जी को सही जानकारी नहीं है या फिर उन्होंने जनता को भ्रमित करने के लिए ऐसा बयान दिया है जबकि प्रदेश में स्कूलों को मर्ज किया गया ना कि बन्द। उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या अत्यधिक कम या नाममात्र की थी एसे विद्यालयों को निकटतम विद्यालय में मर्ज किया गया जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके साथ ही प्रदेश में 7 हजार से अधिक विद्यालयों को अगले स्तर पर क्रमौन्नत किया गया जिससे राजस्थान के बेटे-बेटियों को आगे की पढ़ाई के लिए दूर व अन्यत्र स्कूलों में नहीं जाना पड़ रहा है। देवनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा शिक्षकों के पद समाप्त किये जाने वाले बयान को भी राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश के विद्यालयों में शिक्षकों के 52 प्रतिशत पद रिक्त थे जो कि आज मात्र 11 प्रतिशत रह गये है। देवनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा भाजपा सरकार पर रोजगार नहीं देने के आरोप को भी खारिज करते हुए कहा कि प्रदेश में अकेले शिक्षा विभाग में 1 लाख 25 हजार शिक्षकों को नई नियुक्तियां दी गइै है तथा 26 हजार शिक्षकों की नियुक्तिया प्रक्रियाधीन है।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उठाये गये इन कदमों से बोर्ड परीक्षा परिणाम पूर्व के 57 प्रतिशत से बढ़कर 80 प्रतिशत तक पहुंच गया तथा शिक्षा क्षेत्र में राजस्थान माॅडल आज देशभर में चर्चित है। देवनानी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासन में वर्षो तक शिक्षकों व शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की पदौन्नतियां लम्बित थी जबकि भाजपा के शासन में शिक्षा विभाग ने प्रदेश में 1 लाख 27 हजार शिक्षकों को पदौन्नतियों का लाभ दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था ही नहीं बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में विकास के महत्वपूर्ण कार्य हुए है। कांग्रेस के पास उनके शासन में प्रदेश में गिनाने जैसा कोई काम ही नहीं है इसी कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हो चाहे प्रदेश अध्यक्ष या फिर जिले के अध्यक्ष सभी झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है परन्तु जनता कांग्रेस के बहकावे में आने वाली नहीं है।
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस के शासन में राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। प्रदेश में शिक्षा के बिगड़े ढांचे को हम पटरी पर लेकर आए है। स्कूलों के सुदृढीकरण एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कार्य किये गये है जिन्हें देशभर में सराहा गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में 26वें स्थान पर था जो कि आज दूसरे स्थान पर है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रदेश में स्कूलों को बन्द करने के आरोप को पूरी तरह से झूठा करार देते हुए कहा कि या तो राहुल जी को सही जानकारी नहीं है या फिर उन्होंने जनता को भ्रमित करने के लिए ऐसा बयान दिया है जबकि प्रदेश में स्कूलों को मर्ज किया गया ना कि बन्द। उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या अत्यधिक कम या नाममात्र की थी एसे विद्यालयों को निकटतम विद्यालय में मर्ज किया गया जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके साथ ही प्रदेश में 7 हजार से अधिक विद्यालयों को अगले स्तर पर क्रमौन्नत किया गया जिससे राजस्थान के बेटे-बेटियों को आगे की पढ़ाई के लिए दूर व अन्यत्र स्कूलों में नहीं जाना पड़ रहा है। देवनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा शिक्षकों के पद समाप्त किये जाने वाले बयान को भी राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश के विद्यालयों में शिक्षकों के 52 प्रतिशत पद रिक्त थे जो कि आज मात्र 11 प्रतिशत रह गये है। देवनानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा भाजपा सरकार पर रोजगार नहीं देने के आरोप को भी खारिज करते हुए कहा कि प्रदेश में अकेले शिक्षा विभाग में 1 लाख 25 हजार शिक्षकों को नई नियुक्तियां दी गइै है तथा 26 हजार शिक्षकों की नियुक्तिया प्रक्रियाधीन है।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उठाये गये इन कदमों से बोर्ड परीक्षा परिणाम पूर्व के 57 प्रतिशत से बढ़कर 80 प्रतिशत तक पहुंच गया तथा शिक्षा क्षेत्र में राजस्थान माॅडल आज देशभर में चर्चित है। देवनानी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासन में वर्षो तक शिक्षकों व शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की पदौन्नतियां लम्बित थी जबकि भाजपा के शासन में शिक्षा विभाग ने प्रदेश में 1 लाख 27 हजार शिक्षकों को पदौन्नतियों का लाभ दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था ही नहीं बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में विकास के महत्वपूर्ण कार्य हुए है। कांग्रेस के पास उनके शासन में प्रदेश में गिनाने जैसा कोई काम ही नहीं है इसी कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हो चाहे प्रदेश अध्यक्ष या फिर जिले के अध्यक्ष सभी झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है परन्तु जनता कांग्रेस के बहकावे में आने वाली नहीं है।
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