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अभियंता आम उपभोक्ताओं की रोजमर्रा की समस्याओं का संवेदनशीलता से निराकरण करे: डॉ. बी. डी. कल्ला
जयपुर। जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने पीएचईडी के अभियंताओं से अपील की है कि वे आम उपभोक्ताओं की रोजमर्रा की समस्याओं का संवेदनशीलता से निकराकरण करने के लिए टीम भावना से कार्य करे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और जलदाय विभाग द्वारा सतत रूप से इस मंशा के साथ कार्य किया जा रहा है कि अभियंताओं और कर्मचारियों को उनके जायज हक समय पर मिले। विभाग के अधिकारी भी इसी भावना के अनुसार जनता के प्रकरणों का निदान करने में अपनी पूरी क्षमताओं का उपयोग करे।
डॉ. कल्ला बुधवार को जयपुर के इन्द्रलोक आडिटोरियम में जलदाय विभाग के ग्रेजुएट इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान द्वारा प्रकाशित वार्षिक 'गीयर डायरी' का विमोचन करने के बाद आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
जलदाय मंत्री ने कहा कि राज्य में जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक सभी घरों में नल से पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती है। केन्द्र सरकार 2013 के पहले तक राज्य को 90 प्रतिशत सहायता देती थी, जिसे अब घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है। राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इसे बढ़ाकर वापस 90 प्रतिशत किए जाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से केन्द्र के समक्ष इस विषय को बार—बार उठाया जा रहा है। ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट और ब्राह्मणी नदी को बीसलपुर से जोड़ने के अलावा कई प्रोजेक्ट राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए है, जिससे राज्य की जनता को और बेहतर तरीके से लाभांवित किया जा सके।
डॉ. कल्ला ने कहा कि गीयर डायरी का प्रकाशन विभाग के अभियंताओं की एक सराहनीय पहल है, जिसे सभी अभियंताओं को नियमित कामकाज में मदद और मार्गदर्शन मिलता है। उन्होंने वर्षों से इस प्रकाशन की परम्पराओं को जारी रखने के लिए ग्रेजुएट इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान तथा विभाग के अभियंताओं को बधाई दी।
कार्यक्रम में गीयर के अध्यक्ष त्रिलोक चतुर्वेदी ने संगठन की ओर से अभियंताओं के हितों से जुड़े विषयों की ओर जलदाय मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए सभी इंजीनियर्स की ओर से विभाग और उपभोक्ताओं के हित में सतत रूप से कार्य करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। महासचिव भवानी सिंह शेखावत ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन अधीक्षण अभियंता सतीश जैन ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य अभियंता-ग्रामीण आरके मीना, गीयर के सलाहकार एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी, मनोज सिंह सहित गीयर की कार्यकारिणी के पदाधिकारी और प्रदेश भर से आए अभियंतागण मौजूद रहे।
डॉ. कल्ला बुधवार को जयपुर के इन्द्रलोक आडिटोरियम में जलदाय विभाग के ग्रेजुएट इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान द्वारा प्रकाशित वार्षिक 'गीयर डायरी' का विमोचन करने के बाद आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
जलदाय मंत्री ने कहा कि राज्य में जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक सभी घरों में नल से पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती है। केन्द्र सरकार 2013 के पहले तक राज्य को 90 प्रतिशत सहायता देती थी, जिसे अब घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है। राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इसे बढ़ाकर वापस 90 प्रतिशत किए जाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से केन्द्र के समक्ष इस विषय को बार—बार उठाया जा रहा है। ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट और ब्राह्मणी नदी को बीसलपुर से जोड़ने के अलावा कई प्रोजेक्ट राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए है, जिससे राज्य की जनता को और बेहतर तरीके से लाभांवित किया जा सके।
डॉ. कल्ला ने कहा कि गीयर डायरी का प्रकाशन विभाग के अभियंताओं की एक सराहनीय पहल है, जिसे सभी अभियंताओं को नियमित कामकाज में मदद और मार्गदर्शन मिलता है। उन्होंने वर्षों से इस प्रकाशन की परम्पराओं को जारी रखने के लिए ग्रेजुएट इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान तथा विभाग के अभियंताओं को बधाई दी।
कार्यक्रम में गीयर के अध्यक्ष त्रिलोक चतुर्वेदी ने संगठन की ओर से अभियंताओं के हितों से जुड़े विषयों की ओर जलदाय मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए सभी इंजीनियर्स की ओर से विभाग और उपभोक्ताओं के हित में सतत रूप से कार्य करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। महासचिव भवानी सिंह शेखावत ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन अधीक्षण अभियंता सतीश जैन ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य अभियंता-ग्रामीण आरके मीना, गीयर के सलाहकार एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी, मनोज सिंह सहित गीयर की कार्यकारिणी के पदाधिकारी और प्रदेश भर से आए अभियंतागण मौजूद रहे।
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