Advertisement
प्रदेश के गुरुओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा - दौलतपुरिया
फतेहाबाद। प्राथमिक शिक्षकों की मांगों को विधानसभा में उठाने को लेकर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला फतेहाबाद का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जिला प्रधान विकास टुटेजा के नेतृत्व में फतेहाबाद के विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया से उनके निवास स्थान पर मिला। प्रतिनिधिमण्डल ने प्राथमिक शिक्षकों की पिछले काफी समय से लंबित सभी जायज मांगों के लिए विधायक से विचार विमर्श किया और ज्ञापन सौंपा।
राज्य मुख्य सलाहकार देवेन्द्र दहिया ने विधायक को बताया कि एक तरफ तो सरकार शिक्षा विभाग में बनाई गई ऑनलाइन तबादला नीति से वाहवाही लूट रही है जबकि उसी पॉलिसी के कारण आज प्रदेश के 2000 एनिवेयर श्रेणी वाले जेबीटी शिक्षक ठगा महसूस कर रहे हैं।
जिला सहसचिव जयप्रकाश ने बताया कि सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों व निष्क्रियता के कारण ही आज अपने जिलों से बाहर नियुक्त जेबीटी शिक्षकों की घर वापसी नहीं हो पाई है जिसके कारण शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। शिक्षा की नींव कहलाई जाने वाले प्राथमिक स्कूलों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ की अधिकारियों से कई दौर की बातचीत भी हुई परन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है। सरकार हर बार आश्वासन देती है परन्तु हर बार सरकार व शिक्षा विभाग के अधिकारी प्राथमिक शिक्षकों की मांगों का नजरअंदाज कर देते हैं। जिला मुख्य सलाहकार प्रीतम फटेला ने मुख्य मांगों के बारे में विधायक को बताया कि अंतरजिला तबादला नीति में संघ के सुझाव मानकर तबादला करना, वर्ष 2000 में नियुक्त 3206 शिक्षकों को पदोन्नति लाभ देना, लो मेरिट जेबीटी को एडहॉक की बजाय नियमित नियुक्ति देना, नई पेंशन योजना को बंद करके पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना, प्राथमिक स्कूलों का विलय करने की नीति रद्द करना, छठे वेतन आयोग के तहत प्राथमिक शिक्षकों का वेतन 16290 के अनुसार पुन: निर्धारित करना, सातवें वेतन आयोग की विसंगति दूर करना, प्राथमिक शिक्षकों की मुख्य शिक्षक से लेकर पीजीटी के पदों तक पदोन्नत करना, शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य न लेना संघ की मुख्य मांगें हैं।
राज्य मुख्य सलाहकार देवेन्द्र दहिया ने विधायक को बताया कि एक तरफ तो सरकार शिक्षा विभाग में बनाई गई ऑनलाइन तबादला नीति से वाहवाही लूट रही है जबकि उसी पॉलिसी के कारण आज प्रदेश के 2000 एनिवेयर श्रेणी वाले जेबीटी शिक्षक ठगा महसूस कर रहे हैं।
जिला सहसचिव जयप्रकाश ने बताया कि सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों व निष्क्रियता के कारण ही आज अपने जिलों से बाहर नियुक्त जेबीटी शिक्षकों की घर वापसी नहीं हो पाई है जिसके कारण शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। शिक्षा की नींव कहलाई जाने वाले प्राथमिक स्कूलों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। प्राथमिक शिक्षक संघ की अधिकारियों से कई दौर की बातचीत भी हुई परन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है। सरकार हर बार आश्वासन देती है परन्तु हर बार सरकार व शिक्षा विभाग के अधिकारी प्राथमिक शिक्षकों की मांगों का नजरअंदाज कर देते हैं। जिला मुख्य सलाहकार प्रीतम फटेला ने मुख्य मांगों के बारे में विधायक को बताया कि अंतरजिला तबादला नीति में संघ के सुझाव मानकर तबादला करना, वर्ष 2000 में नियुक्त 3206 शिक्षकों को पदोन्नति लाभ देना, लो मेरिट जेबीटी को एडहॉक की बजाय नियमित नियुक्ति देना, नई पेंशन योजना को बंद करके पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना, प्राथमिक स्कूलों का विलय करने की नीति रद्द करना, छठे वेतन आयोग के तहत प्राथमिक शिक्षकों का वेतन 16290 के अनुसार पुन: निर्धारित करना, सातवें वेतन आयोग की विसंगति दूर करना, प्राथमिक शिक्षकों की मुख्य शिक्षक से लेकर पीजीटी के पदों तक पदोन्नत करना, शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य न लेना संघ की मुख्य मांगें हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
फतेहाबाद
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement