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पेयजल योजनाओं का आमजन को लाभ पहुंचाने में कोताही नहीं बरतें -गोयल
बांसवाड़ा। प्रदेश के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के राज्यमंत्री एवं
बांसवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री सुशील कटारा बुधवार को बांसवाड़ा
जिले की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे। राज्यमंत्री कटारा ने यहां
पहुंचते ही अधीक्षण अभियंता कार्यालय में जिले के समस्त अभियंताओं की बैठक
लेकर पेयजल योजनाओं की समीक्षा करते हुए स्पष्ट किया कि राज्य सरकार द्वारा
जिन मंशाओं से पेयजल योजनाओं की स्वीकृति दी जा रही है यदि वो मंशाएं
पूर्ण नहीं हो रही है तो यह लापरवाही और कोताही मानी जाएगी, जिसे बर्दाश्त
नहीं किया जाएगा।
राज्यमंत्री कटारा ने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें व विभागीय अधिकारियों व कार्मिकों को सूखे हलकों तक पानी पहुचाने की महती जिम्मेदारी तो सौंपी है ही, साथ ही एक ऎसे पुण्य का भागी बनने का मौका सौंपा है जो प्राचीन शास्त्रों में भी पुण्य का कार्य माना गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में गत साढ़े चार वर्षों में इतने करोड़ों की पेयजल योजनाओं की स्वीकृति दी है जो पिछले पचास सालों में भी नहीं हुई।
उन्होंने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए अधीक्षण अभियंताओं व अधिशासी अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र का सतत भ्रमण करने के निर्देश दिए और कहा कि जहां कहीं भी पानी की किल्लत महसूस हो वहां वे प्रभावी निगरानी रखते हुए अधीनस्थों के माध्यम से जलापूर्ति सुचारू करवाएं। उन्होंने ग्रीष्म ऋतु के तहत दूषित पानी की आपूर्ति नहीं किए जाने और समय-समय पर पानी की ब्लीचिंग व पेयजलाशयों की सफाई करवाने के भी निर्देश दिए।
बैठक दौरान राज्यमंत्री कटारा को एक अधिकारी ने बताया कि सुरवानियां बांध से जलापूर्ति हेतु़ विभागीय अधिकारियों द्वारा बड़ोदिया कस्बे को पेयजल आपूर्ति नहीं किया जा रहा है जबकि इस योजना के तहत यह सबसे बड़ा गांव है। मंत्री कटारा ने इस पर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता संजीव अग्रवाल और अधीक्षण अभियंता हसनुद्दीन पठान से जानकारी ली तो दोनों में समन्वय का अभाव पाया गया। दोनों अभियंताओं के विरोधाभासी बयानों के बीच राज्यमंत्री ने निर्देश दिए कि दोनों अपने-अपने अधीनस्थ अभियंताओं के साथ गांव का दौरा करते हुए संपूर्ण गांव में पेयजलापूर्ति सुचारू करवाएं और रिपोर्ट करें।
राज्यमंत्री कटारा ने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें व विभागीय अधिकारियों व कार्मिकों को सूखे हलकों तक पानी पहुचाने की महती जिम्मेदारी तो सौंपी है ही, साथ ही एक ऎसे पुण्य का भागी बनने का मौका सौंपा है जो प्राचीन शास्त्रों में भी पुण्य का कार्य माना गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में गत साढ़े चार वर्षों में इतने करोड़ों की पेयजल योजनाओं की स्वीकृति दी है जो पिछले पचास सालों में भी नहीं हुई।
उन्होंने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए अधीक्षण अभियंताओं व अधिशासी अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र का सतत भ्रमण करने के निर्देश दिए और कहा कि जहां कहीं भी पानी की किल्लत महसूस हो वहां वे प्रभावी निगरानी रखते हुए अधीनस्थों के माध्यम से जलापूर्ति सुचारू करवाएं। उन्होंने ग्रीष्म ऋतु के तहत दूषित पानी की आपूर्ति नहीं किए जाने और समय-समय पर पानी की ब्लीचिंग व पेयजलाशयों की सफाई करवाने के भी निर्देश दिए।
बैठक दौरान राज्यमंत्री कटारा को एक अधिकारी ने बताया कि सुरवानियां बांध से जलापूर्ति हेतु़ विभागीय अधिकारियों द्वारा बड़ोदिया कस्बे को पेयजल आपूर्ति नहीं किया जा रहा है जबकि इस योजना के तहत यह सबसे बड़ा गांव है। मंत्री कटारा ने इस पर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता संजीव अग्रवाल और अधीक्षण अभियंता हसनुद्दीन पठान से जानकारी ली तो दोनों में समन्वय का अभाव पाया गया। दोनों अभियंताओं के विरोधाभासी बयानों के बीच राज्यमंत्री ने निर्देश दिए कि दोनों अपने-अपने अधीनस्थ अभियंताओं के साथ गांव का दौरा करते हुए संपूर्ण गांव में पेयजलापूर्ति सुचारू करवाएं और रिपोर्ट करें।
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