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जयपुरिया अस्पताल में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम के लिए किए जाएंगे प्रस्ताव आमंत्रित: डॉ.जोगाराम
जयपुर। जिला कलक्टर एवं मेडिकल रिलीफ सोसायटी, जयपुरिया अस्पताल के अध्यक्ष डॉ.जोगाराम की अध्यक्षता में शनिवार को हुई सोसायटी की बैठक में जयपुरिया अस्पताल के आउटडोर में आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए क्यू मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित करने, हॉस्पिटल में अग्नि सुरक्षा के लिए राउण्ड द क्लॉक कार्मिक लगाने एवं ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित रखने जैसे निर्णय किए गए। डॉ.जोगाराम ने शनिवार को अस्पताल के शिशु रोग वार्ड, महिला रोगी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर्स, आईसीयू एवं अन्य वार्डों का निरीक्षण भी किया।
जिला कलक्टर ने शनिवार को जयपुरिया अस्पताल में मेडिकल रिलीफ सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सालय भवन की मरम्मत, रखरखाव एवं प्रबन्धन से जुड़े विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण निर्णय किए। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओपीडी में आने वाले करीब 3 हजार मरीजों को उनकी बारी आने में लगने वाले समय की जानकारी दिए जाने की जरूरत है। इसके लिए सवाई मानसिंह अस्पताल के साथ ही बैंकिंग सेक्टर में अपनाए जा रहे सिस्टम का अध्ययन किया जाए एवं इसे जयपुरिया अस्पताल के अनुरूप ढाला जाए। उन्होंने इसके लिए इच्छित फर्मों से प्रस्ताव आमंत्रित करने के लिए निर्देशित किया।
डॉ.जोगाराम ने अस्पताल में फायर फाइटिंग तंत्र को मजबूत करने और नागरिक सुरक्षा से 4 कार्मिकों को राउण्ड द क्लॉक अस्पताल में नियोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में चिकित्सालय की एबीजी मशीन का संचालन एसएमएस अस्पताल के मॉडल पर करने, ग्राउण्ड वाटर टेंक की मरम्मत, विद्युत सब स्टेशन के वार्षिक प्रबन्धन के कॉन्टे्रट, लिफ्ट के रखरखाव के लिए रेट कॉन्ट्रैक्ट किए जाने, अस्पताल के लेखों के प्रबन्धन, ब्लड बैंक मशीनरी की एएमएसी, एमआरएस से ऑक्सीजन गैस आपूर्ति भुगतान जैसे विभिन्न विषयोें का अनुमोदन एवं निर्णय किए गए।
एमआरएस अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि बजट की उपलब्धता के आधार पर अस्पताल में आवश्यकतानुसार रंग-पेंट एवं मरम्मत का कार्य अविलम्ब कराया जाए। अस्पताल की अधीक्षक डॉ.रेखा सिंह ने बताया कि अब जयपुरिया अस्पताल में भी बघिर मरीजों को लगाए जाने वाले कॉक्लीयर इम्प्लांट की सुविधा प्रारम्भ कर दी गई है। अस्पताल में शुक्रवार से ही इसके मरीजों को देखना प्रारम्भ किया गया है। अभी एसएमएस अस्पताल के विशेषज्ञ ही इसके लिए यहां सेवाएं दे रहे हैं। बैठक में उप नियंत्रक डॉ. राकेश हीरावत एवं समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए।
जिला कलक्टर ने शनिवार को जयपुरिया अस्पताल में मेडिकल रिलीफ सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सालय भवन की मरम्मत, रखरखाव एवं प्रबन्धन से जुड़े विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण निर्णय किए। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओपीडी में आने वाले करीब 3 हजार मरीजों को उनकी बारी आने में लगने वाले समय की जानकारी दिए जाने की जरूरत है। इसके लिए सवाई मानसिंह अस्पताल के साथ ही बैंकिंग सेक्टर में अपनाए जा रहे सिस्टम का अध्ययन किया जाए एवं इसे जयपुरिया अस्पताल के अनुरूप ढाला जाए। उन्होंने इसके लिए इच्छित फर्मों से प्रस्ताव आमंत्रित करने के लिए निर्देशित किया।
डॉ.जोगाराम ने अस्पताल में फायर फाइटिंग तंत्र को मजबूत करने और नागरिक सुरक्षा से 4 कार्मिकों को राउण्ड द क्लॉक अस्पताल में नियोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में चिकित्सालय की एबीजी मशीन का संचालन एसएमएस अस्पताल के मॉडल पर करने, ग्राउण्ड वाटर टेंक की मरम्मत, विद्युत सब स्टेशन के वार्षिक प्रबन्धन के कॉन्टे्रट, लिफ्ट के रखरखाव के लिए रेट कॉन्ट्रैक्ट किए जाने, अस्पताल के लेखों के प्रबन्धन, ब्लड बैंक मशीनरी की एएमएसी, एमआरएस से ऑक्सीजन गैस आपूर्ति भुगतान जैसे विभिन्न विषयोें का अनुमोदन एवं निर्णय किए गए।
एमआरएस अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि बजट की उपलब्धता के आधार पर अस्पताल में आवश्यकतानुसार रंग-पेंट एवं मरम्मत का कार्य अविलम्ब कराया जाए। अस्पताल की अधीक्षक डॉ.रेखा सिंह ने बताया कि अब जयपुरिया अस्पताल में भी बघिर मरीजों को लगाए जाने वाले कॉक्लीयर इम्प्लांट की सुविधा प्रारम्भ कर दी गई है। अस्पताल में शुक्रवार से ही इसके मरीजों को देखना प्रारम्भ किया गया है। अभी एसएमएस अस्पताल के विशेषज्ञ ही इसके लिए यहां सेवाएं दे रहे हैं। बैठक में उप नियंत्रक डॉ. राकेश हीरावत एवं समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए।
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