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राजस्थान में प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार वर्ष 2020-21 में 713 करोड़ रूपये के पार, यहां देखें
जयपुर । कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राजस्थान में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने वित्त वर्ष 2020-21 में लगभग 713 करोड़ रूपये का कारोबार किया है। देश में प्रत्यक्ष बिक्री कम्पनियों की शीर्ष संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) की आज यहां जारी एक वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इप्सोस स्ट्रेटेजी-3 द्वारा तैयार इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान राज्य में प्रत्यक्ष बिक्री से जुड़े लोगों की संख्या लगभग 3.4 लाख दर्ज की गई। ये आंकड़े इस तथ्य को भी मतबूती प्रदान करते हैं कि कोरोनाकाल के दौरान भी प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार राज्य की जनता के लिये जीविकोपार्जन और आय के वैकल्पिक संसाधन अर्जित करने का मतबूत माध्यम साबित हुआ।
वर्ष के दौरान, राजस्थान ने प्रत्यक्ष बिक्री में उत्तरी राज्यों में चौथे स्थान पर रहा। इस क्षेत्र में पहले तीन स्थानों में क्रमश: उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली हैं। राज्य का इस दौरान केंद्र और राज्य के खजाने में करों के रूप में लगभग 110 करोड़ रूपये तथा देश के 18067 करोड़ रूपये के कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार में लगभग चार प्रतिशत योगदान रहा जिसका समूचा राज्य के प्रत्यक्ष विक्रेताओं की अथक मेहनत को जाता है। आईडीएसए के अध्यक्ष रजत बनर्जी ने इस अवसर पर वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश में प्रत्यक्ष बिक्री की स्थिति को लेकर कहा “उत्तरी राज्यों में राजस्थान हमारे लिये प्राथमिकता वाले बाजारों में से एक है। इस क्षेत्र में इस राज्य की चौथे स्थान पर रैंकिंग यह दर्शाती है कि यहां प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार के प्रसार की व्यापक सम्भावनाएं हैं। कोरोनाकाल में व्यापक लॉकडाउन और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आलोच्य अवधि में कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार 700 करोड़ रूपये से पार जाना राज्य के बाजार की मजबूती, प्रत्यक्ष विक्रेताओं की मेहनत और लग्न को परिलक्षित करता है“।
बनर्जी के अनुसार ''प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने इस अवधि में देश के 79 लाख से अधिक लोगों के लिए स्थायी स्वरोजगार, सूक्ष्म उद्यमिता और वैकल्पिक संसाधन के अवसर प्रदान किए हैं और गत पांच वर्षों में औसतन 12 प्रतिशत की सतत सालाना विकास दर दर्ज की है जो देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग की मजबूती की ओर इंगित करता है। कोरोना की पहली लहर के कुछ मामूली झटको के बावजूद देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने लचीलापन और स्थिरता दिखाई है। आईडीएसए की 18 सदस्य कम्पनियां बखूबी यह दावा कर सकती हैं कि इन्होंने राजस्थान में उपभोक्ताओं के साथ लगभग 3.4 लाख प्रत्यक्ष विक्रेताओं के हितों की रक्षा की है।''
इस अवसर पर आईडीएसए के उपाध्यक्ष विवेक कटोच तथा महाप्रबंधक चेतन भारद्वाज तथा सदस्य कम्पनियों ने प्रतिनिधि भी मौजूद थे। समारोह में आईडीएसए की प्रत्येक सदस्य कम्पपी की ओर से प्रत्यक्ष बिक्री में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये मनोनीत एक-एक महिला प्रत्यक्ष विक्रेता को भी सम्मानित किया गया।
वर्ष के दौरान, राजस्थान ने प्रत्यक्ष बिक्री में उत्तरी राज्यों में चौथे स्थान पर रहा। इस क्षेत्र में पहले तीन स्थानों में क्रमश: उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली हैं। राज्य का इस दौरान केंद्र और राज्य के खजाने में करों के रूप में लगभग 110 करोड़ रूपये तथा देश के 18067 करोड़ रूपये के कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार में लगभग चार प्रतिशत योगदान रहा जिसका समूचा राज्य के प्रत्यक्ष विक्रेताओं की अथक मेहनत को जाता है। आईडीएसए के अध्यक्ष रजत बनर्जी ने इस अवसर पर वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश में प्रत्यक्ष बिक्री की स्थिति को लेकर कहा “उत्तरी राज्यों में राजस्थान हमारे लिये प्राथमिकता वाले बाजारों में से एक है। इस क्षेत्र में इस राज्य की चौथे स्थान पर रैंकिंग यह दर्शाती है कि यहां प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार के प्रसार की व्यापक सम्भावनाएं हैं। कोरोनाकाल में व्यापक लॉकडाउन और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आलोच्य अवधि में कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार 700 करोड़ रूपये से पार जाना राज्य के बाजार की मजबूती, प्रत्यक्ष विक्रेताओं की मेहनत और लग्न को परिलक्षित करता है“।
बनर्जी के अनुसार ''प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने इस अवधि में देश के 79 लाख से अधिक लोगों के लिए स्थायी स्वरोजगार, सूक्ष्म उद्यमिता और वैकल्पिक संसाधन के अवसर प्रदान किए हैं और गत पांच वर्षों में औसतन 12 प्रतिशत की सतत सालाना विकास दर दर्ज की है जो देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग की मजबूती की ओर इंगित करता है। कोरोना की पहली लहर के कुछ मामूली झटको के बावजूद देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने लचीलापन और स्थिरता दिखाई है। आईडीएसए की 18 सदस्य कम्पनियां बखूबी यह दावा कर सकती हैं कि इन्होंने राजस्थान में उपभोक्ताओं के साथ लगभग 3.4 लाख प्रत्यक्ष विक्रेताओं के हितों की रक्षा की है।''
इस अवसर पर आईडीएसए के उपाध्यक्ष विवेक कटोच तथा महाप्रबंधक चेतन भारद्वाज तथा सदस्य कम्पनियों ने प्रतिनिधि भी मौजूद थे। समारोह में आईडीएसए की प्रत्येक सदस्य कम्पपी की ओर से प्रत्यक्ष बिक्री में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये मनोनीत एक-एक महिला प्रत्यक्ष विक्रेता को भी सम्मानित किया गया।
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