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धोनी की पत्नी साक्षी की जान को खतरा, आर्म्स लाइसेंस के लिए किया आवेदन
नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी ने आम्र्स लाइसेंस मांगा है। साक्षी धोनी ने अपनी जान का खतरा बताते हुए आम्र्स लाइसेंस की मांग की है। साक्षी का कहना है कि वह अधिकतर समय घर पर अकेली रहती हैं। अपने कामों के लिए उन्हें अकेले ही सफर करना पड़ता है।
ऐसे में उनकी जान को भी खतरा रहता है, इसलिए उन्हें किसी हथियार की जरूरत है। उन्होंने पिस्टल या 0.32 रिवॉल्वर के लिए आवेदन दिया है। साक्षी ने आम्र्स लाइसेंस के लिए आवेदन करते हुए कहा कि उन्हें जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी पिस्टल या रिवॉल्वर खरीदने के लिए लाइसेंस दिया जाए।
धोनी को 2010 में मिला था लाइसेंस
बता दें कि 2010 में महेंद्र सिंह धोनी को गन लाइसेंस की मंजूरी मिल गई थी, जिसके बाद उन्होंने लाइसेंसी पिस्टल खरीदी थी। धोनी को लाइसेंस के काफी मेहनत करनी पड़ी थी। उनका आवेदन केंद्र को भेजा गया था और वहां से मंजूरी मिलने के बाद उन्हें इजाजत दे दी गई थी। रांची जिला प्रशासन ने गृह मंत्रालय को आवेदन भेजने से पहले 2008 में धोनी से चरित्र प्रमाण पत्र भी मांगा था।
अरगोड़ा थाने में भेजा आवेदन
मिली जानकारी के मुताबिक, साक्षी धोनी ने आम्र्स लाइसेंस के लिए मजिस्ट्रेट कार्यालय में आवेदन दिया था, जिसे अरगोड़ा थाना भेजा गया। अरगोड़ा थाने में इस आवेदन की जांच की और पाया कि साक्षी धोनी पर किसी भी तरह का कोई मुकदमा दर्ज नही है।
अरगोड़ा थाने की जांच के बाद इस साक्षी के आम्र्स लाइसेंस के आवेदन को हटिया डीएसपी विकास पांडेय के पास भेज दिया। डीएसपी ने इसे सिटी एसपी और सिटी एसपी ने उसे एसएसपी कार्यालय भेज दिया है।
ऐसे में उनकी जान को भी खतरा रहता है, इसलिए उन्हें किसी हथियार की जरूरत है। उन्होंने पिस्टल या 0.32 रिवॉल्वर के लिए आवेदन दिया है। साक्षी ने आम्र्स लाइसेंस के लिए आवेदन करते हुए कहा कि उन्हें जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी पिस्टल या रिवॉल्वर खरीदने के लिए लाइसेंस दिया जाए।
धोनी को 2010 में मिला था लाइसेंस
बता दें कि 2010 में महेंद्र सिंह धोनी को गन लाइसेंस की मंजूरी मिल गई थी, जिसके बाद उन्होंने लाइसेंसी पिस्टल खरीदी थी। धोनी को लाइसेंस के काफी मेहनत करनी पड़ी थी। उनका आवेदन केंद्र को भेजा गया था और वहां से मंजूरी मिलने के बाद उन्हें इजाजत दे दी गई थी। रांची जिला प्रशासन ने गृह मंत्रालय को आवेदन भेजने से पहले 2008 में धोनी से चरित्र प्रमाण पत्र भी मांगा था।
अरगोड़ा थाने में भेजा आवेदन
मिली जानकारी के मुताबिक, साक्षी धोनी ने आम्र्स लाइसेंस के लिए मजिस्ट्रेट कार्यालय में आवेदन दिया था, जिसे अरगोड़ा थाना भेजा गया। अरगोड़ा थाने में इस आवेदन की जांच की और पाया कि साक्षी धोनी पर किसी भी तरह का कोई मुकदमा दर्ज नही है।
अरगोड़ा थाने की जांच के बाद इस साक्षी के आम्र्स लाइसेंस के आवेदन को हटिया डीएसपी विकास पांडेय के पास भेज दिया। डीएसपी ने इसे सिटी एसपी और सिटी एसपी ने उसे एसएसपी कार्यालय भेज दिया है।
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