Advertisement
अंतर-जातीय विवाह के बाद बरेली के किला पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़
बरेली । बरेली के
किला पुलिस स्टेशन में कई हिंदू संगठनों के सदस्यों ने एक अन्य समुदाय के
युवक के साथ भागी लड़की का पता न लगा पाने के कारण तोड़फोड़ कर दी।
परिवार के अनुसार लड़की नाबालिग है और वह 17 अक्टूबर को लापता हो गई थी।
पुलिस स्टेशन में इसे लेकर एफआईआर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
मंगलवार की शाम को स्थानीय पुलिस को एक वीडियो भेजा गया था, जिसमें कथित तौर पर लड़की को वयस्क होने का दावा करते हुए देखा जा सकता है। लड़की ने यह भी कहा कि उसने अपनी मर्जी से युवक से शादी की थी और उसने पुलिस से यह भी अपील की कि युवक के परिवार के सदस्यों को परेशान न किया जाए।
इससे लड़की के परिवार के साथ आए हिंदू कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने किला पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ कर दी।
एडीजी (बरेली जोन) अविनाश चंद्र, डीआईजी राजेश पांडे और एसएसपी रोहित सिंह सजवान अतिरिक्त बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा, "हमने लड़की को खोजने के लिए 4 टीमें बनाईं थीं और हम लड़की को जल्द ही ढूंढ लेंगे। वहीं परिवार पर दबाव डालने वाले सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एसएचओ को पुलिस लाइन में स्थानांतरित कर दिया गया है।"
एडीजी ने कहा, "यह कोई 'लव जिहाद' का मुद्दा नहीं है और हम पहली प्राथमिकता पर लड़की को ढूंढ लेंगे। प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन हमने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है।"
--आईएएनएस
मंगलवार की शाम को स्थानीय पुलिस को एक वीडियो भेजा गया था, जिसमें कथित तौर पर लड़की को वयस्क होने का दावा करते हुए देखा जा सकता है। लड़की ने यह भी कहा कि उसने अपनी मर्जी से युवक से शादी की थी और उसने पुलिस से यह भी अपील की कि युवक के परिवार के सदस्यों को परेशान न किया जाए।
इससे लड़की के परिवार के साथ आए हिंदू कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने किला पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ कर दी।
एडीजी (बरेली जोन) अविनाश चंद्र, डीआईजी राजेश पांडे और एसएसपी रोहित सिंह सजवान अतिरिक्त बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा, "हमने लड़की को खोजने के लिए 4 टीमें बनाईं थीं और हम लड़की को जल्द ही ढूंढ लेंगे। वहीं परिवार पर दबाव डालने वाले सब-इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एसएचओ को पुलिस लाइन में स्थानांतरित कर दिया गया है।"
एडीजी ने कहा, "यह कोई 'लव जिहाद' का मुद्दा नहीं है और हम पहली प्राथमिकता पर लड़की को ढूंढ लेंगे। प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन हमने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है।"
--आईएएनएस
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
बरेली
उत्तर प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement