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वाराणसी रेलवे स्टेशन पर दक्षिण भारतीय भाषाओं में भी होगी घोषणा
वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे उन्हीं के राज्य की भाषा में उन्हें जानकारी देगा। शुरुआती दौर में रेलवे तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं के लिए काम करेगा, जिससे दक्षिण भारत के यात्रियों को दिशा-निर्देश समझने में आसानी होगी।
क्षेत्रीय कैंट स्टेशन के निदेशक आनंद मोहन सिंह ने बताया कि गैर हिंदी भाषी खासकर दक्षिण भारत के लोग बनारस काशीनाथ विश्वनाथ के दर्शन के लिए बहुत ज्यादा संख्या में आते हैं। उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए अभी फिलहाल चार भाषाओं में रेलवे अनाउंसमेंट (घोषणा) की जाएगी। अभी सिस्टम अपग्रेड किया जा रहा है। इसके तहत अलग-अलग राज्यों में बोली जाने वाली भाषाओं को रिकॉर्ड किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फिलहाल तमिल, मलयालम, कन्नड़ व तेलुगु भाषाओं में इसकी सुविधा मिलेगी। इसके बाद उड़िया व मराठी जैसी अन्य भाषाओं पर भी फोकस करेंगे। इस कार्य के पूरा होने की अभी कोई समय सीमा नहीं है, लेकिन नवंबर के अंतिम तक हम इसे पूरा कर लेंगे।
क्षेत्रीय कैंट स्टेशन के निदेशक आनंद मोहन सिंह ने बताया कि गैर हिंदी भाषी खासकर दक्षिण भारत के लोग बनारस काशीनाथ विश्वनाथ के दर्शन के लिए बहुत ज्यादा संख्या में आते हैं। उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए अभी फिलहाल चार भाषाओं में रेलवे अनाउंसमेंट (घोषणा) की जाएगी। अभी सिस्टम अपग्रेड किया जा रहा है। इसके तहत अलग-अलग राज्यों में बोली जाने वाली भाषाओं को रिकॉर्ड किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फिलहाल तमिल, मलयालम, कन्नड़ व तेलुगु भाषाओं में इसकी सुविधा मिलेगी। इसके बाद उड़िया व मराठी जैसी अन्य भाषाओं पर भी फोकस करेंगे। इस कार्य के पूरा होने की अभी कोई समय सीमा नहीं है, लेकिन नवंबर के अंतिम तक हम इसे पूरा कर लेंगे।
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