Advertisement
23बरस से उलझा मसला शिविर में हाथों हाथ सुलझा
बूंदी। न्याय आपके द्वार अभियान के तहत रडी ग्राम में आयोजित राजस्व शिविर
में पापडा निवासी नंदकिशोर, किशन लाल पुत्र पाथू कौम माली का 23 वर्ष
पुराना मामला शिविर में हाथों हाथ सुलझ गया और रड़ी का राजस्व शिविर
नंदकिशोर और किशन लाल के लिए वरदान बन गया।
23 वर्ष पहले प्रेमचंद पुत्र गंगा किशन से खसरा नम्बर 522 रकबा 8 बिस्वा भूमि नंदकिशोर किशनलाल पुत्र पांथू ने खरीदी थी। नामांतकरण संख्या 382 से खरीददार नंदकिशोर वगैरह के नाम दर्ज होकर जमाबंदी में अमल भी हो गया, लेकिन 1995 में सेटलमेंट विभाग द्वारा यह क्रय शुदा रकबा अज्ञात नाम नंदकिशोर पुत्र गंगा बिशन नाम लिपिकीय त्रुटि से अंकित हो गया, जबकि इस नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। शिविर में पहुंचे नंदकिशोर, किशनलाल माली ने प्रार्थना पत्र देकर समाधान की गुहार लगाई।
इस पर शिविर में मौजूद केशवरायपाटन उपखण्ड अधिकारी अंबालाल मीणा ने प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों को देखा। तहसीलदार से मौके पर ही जवाब प्रार्थना पत्र लिया और तुरंत निर्णय लेते हुए प्रार्थी की 23 वर्षों पुरानी समस्या का पलभर में ही समाधान कर दिया।
23 वर्ष पहले प्रेमचंद पुत्र गंगा किशन से खसरा नम्बर 522 रकबा 8 बिस्वा भूमि नंदकिशोर किशनलाल पुत्र पांथू ने खरीदी थी। नामांतकरण संख्या 382 से खरीददार नंदकिशोर वगैरह के नाम दर्ज होकर जमाबंदी में अमल भी हो गया, लेकिन 1995 में सेटलमेंट विभाग द्वारा यह क्रय शुदा रकबा अज्ञात नाम नंदकिशोर पुत्र गंगा बिशन नाम लिपिकीय त्रुटि से अंकित हो गया, जबकि इस नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। शिविर में पहुंचे नंदकिशोर, किशनलाल माली ने प्रार्थना पत्र देकर समाधान की गुहार लगाई।
इस पर शिविर में मौजूद केशवरायपाटन उपखण्ड अधिकारी अंबालाल मीणा ने प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों को देखा। तहसीलदार से मौके पर ही जवाब प्रार्थना पत्र लिया और तुरंत निर्णय लेते हुए प्रार्थी की 23 वर्षों पुरानी समस्या का पलभर में ही समाधान कर दिया।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
बूंदी
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement