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दावोस एजेंडा : कोविड टीकाकरण, रोजगार सृजन व जलवायु परिवर्तन पर होगा मंथन

khaskhabar.com : सोमवार, 25 जनवरी 2021 1:43 PM (IST)
दावोस एजेंडा : कोविड टीकाकरण, रोजगार सृजन व जलवायु परिवर्तन पर होगा मंथन
जेनेवा| कोविड महामारी के कारण उपजी चुनौतियों का मुकाबला करने एवं वैश्विक सहयोग की तत्काल आवश्यकता पर विचार करने के उद्देश्य से इस सप्ताह दावोस में वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। पांच दिवसीय इस वर्चअुल मीटिंग में कारोबार एवं उद्योग जगत की तमाम बड़ी हस्तियों के अलावा विश्व के 25 देशों के शासनाध्यक्ष व राष्ट्रराध्यक्ष समेत 2,000 से भी अधिक नेता शिरकत कर रहे हैं।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सोमवार से शुरू हो रहे 'दावोस एजेंडा 2021' का थीम 'ए क्रूसियल ईयर टू रीबिल्ड ट्रस्ट' रखा गया है। इस अहम बैठक में कोविड टीकाकरण को लेकर चुनौतियां, रोजगार सृजन और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मंथन किया जाएगा।
वैसे तो इस वार्षिक सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत रविवार को ही डब्ल्यूईएफ के संस्थापक व कार्यकारी अध्यक्ष क्लॉस श्वाब के अभिभाषण के साथ ही हो गई थी। इसके बाद स्वीस कन्फेडरेशन के अध्यक्ष गाय पार्मेलिन ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।
श्वाब ने वर्चुअल माध्यम से अपने स्वागत संबोधन में कहा कि हमें सबसे पहले जो कदम उठाना है, वह आपसी विश्वास को बहाल करना है। लेकिन, विश्वास बहाली के लिए हमें वैश्विक स्तर पर परस्पर सहयोग की नितांत आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा कि हमें यह भी सुनिश्चित करना पड़ेगा कि एक और अधिक सकारात्मक भविष्य बनाने के लिए हर कोई अपना भरपूर योगदान दे, चाहे वह सरकार हो, कारोबार-उद्योग जगत से जुड़े लोग हों अथवा युवा पीढ़ी हो।
श्वाब ने कहा कि दावोस एजेंडा वीक के दौरान पांच प्रमुख नीतियों पर विचार किया जाएगा। पहला - महत्वपूर्ण औद्योगिक बदलाव, दूसरा - कार्बन उत्सर्जन नीति, तीसरा - आर्थिक-सामाजिक नीति, चौथा - कोविड व नई तकनीक, और पांचवां - बहुपक्षीय प्रणाली।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक परिवर्तन और शून्य कार्बन उत्सर्जन नीति की दिशा में प्रकृति एवं वांछित परिणाम पाने के लिए कारोबार जगत को भी महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता दिखानी होगी। साथ ही एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए पर्याप्त नौकरियों का सृजन करना होगा।
श्वाब ने आगे कहा कि कोविड काल में हमने नई तकनीकों की महत्ता को प्रत्यक्ष देखा है। हमें अधिकाधिक मानव हित के लिए इन तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ाना होगा। हमें 21वीं सदी की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक ऐसी बहुपक्षीय प्रणाली विकसित करनी होगी जो पूरी तरह निष्पक्ष हो और आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य कर सके।
अपने संबोधन में पार्मेलिन ने कहा कि दावोस एजेंडा के तहत वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने, परस्पर वैश्विक सहयोग बढ़ाने, डिजिटल टेक्नोलॉजी के कारण मिलने वाले अवसरों का भरपूर लाभ उठाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी को परास्त करने के लिए बहुत ही कम समय में जिस तरह से असरकारक वैक्सीन तैयार की गई, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि जब सरकारें, कारोबारी जगत और वैज्ञानिक बिरादरी एक साथ आते हैं तो वे वांछित परिणाम हासिल करने में कितने सक्षम हो सकते हैं।
--आईएएनएस

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