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बीकानेर में लिंग जांच मामले में दलाल इमरान गिरफ्तार, 15 हज़ार बरामद
बीकानेर । राज्य पीसीपीएडीटी दल ने बीकानेर के एक सोनोग्राफी
सेंटर पर सफल डिकॉय ऑपरेशन को अंजाम देते हुए गर्भस्थ शिशु के लिंग जांच
में लिप्त एक दलाल को हिरासत में ले लिया है। मोके पर ही लिंग परीक्षण के
ली गई 15 हजार रुपये की राशि बरामद की है।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं एनएचएम मिशन निदेशक नवीन जैन के निर्देशन में बीकानेर सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में हुई इस कार्यवाही में सादुल गंज स्थित ओके डायग्नोस्टिक सेण्टर के दस्तावेज जब्त कर एहतियातन सोनोग्राफी मशीन के उपयोग पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी हैं। लिंग जांच की एवज में लिए गए 15000 रुपए भी दलाल से बरामद कर लिए गए। राजस्थान राज्य पीसीपीएडीटी प्रकोष्ठ का ये 115 वां डिकॉय ऑपरेशन है। मिशन निदेशक ने बताया कि लूणकरणसर निवासी इमरान नामक व्यक्ति द्वारा गर्भस्थ शिशु के लिंग जांच करवाने की सूचना जिला पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ को मिल रही थी।
इमरान निजी अस्पतालों / डायग्नोस्टिक सेंटरों व जांच सामग्री आपूर्ति से सम्बंधित कार्य से जुड़ा रहा था। पिछले 1 माह से इसकी रेकी की जा रही थी। डिकॉय ऑपरेशन की योजना बनाकर दलाल से सम्पर्क साधा और लिंग जांच के लिए आग्रह किया। दलाल ने उन्हें रविवार को सुबह 9 बजे रेलवे स्टेशन के सामने बुलाया। यहाँ डिकॉय गर्भवती महिला, उसकी सहयोगी महिला पहुँच गए। दलाल ने तय राशि लेकर गर्भवती को अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाया और डूंगर कॉलेज रोड़, सादुल गंज स्थित गायनेकोलोजिस्ट डॉ. अनीता बेनीवाल को दिखाया। डॉ. बेनीवाल ने उन्हें सोनोग्राफी करवाने की सलाह लिखी। आरोपी दलाल उन्हें उसी रोड़ पर स्थित ओके डायग्नोस्टिक सेंटर ले गया। वहाँ जांच जल्दी करवाने का आग्रह किया। गर्भवती को नजदीक ज्यूस पिलाकर लाए और सोनोलोजिस्ट डॉ. ओ.पी. भाम्भू द्वारा सोनोग्राफी की गई। दलाल वापिस सेण्टर के अन्दर गया और बाहर आकर लड़का होने की बधाई दी। इशारा पाते ही वहां पहले से मौजूद राज्य पीसीपीएनडीटी दल ने इमरान को दबोच लिया।
आरोपी को सोमवार को विशेष पीसीपीएनडीटी न्यायलय में पेश किया जाएगा। डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक अयूब खान और डॉ. ओ.पी. भाम्भू की इसमें लिप्तता की भी जांच की जा रही है। डिकॉय को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले डेप रक्षकों में राज्य पीबीआई थाने की सीआई अर्चना मीणा, कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह व बीकानेर, सीकर व बाड़मेर पीसीपीएनडीटी समन्वयक भी शामिल रहे।
अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं एनएचएम मिशन निदेशक नवीन जैन के निर्देशन में बीकानेर सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में हुई इस कार्यवाही में सादुल गंज स्थित ओके डायग्नोस्टिक सेण्टर के दस्तावेज जब्त कर एहतियातन सोनोग्राफी मशीन के उपयोग पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी हैं। लिंग जांच की एवज में लिए गए 15000 रुपए भी दलाल से बरामद कर लिए गए। राजस्थान राज्य पीसीपीएडीटी प्रकोष्ठ का ये 115 वां डिकॉय ऑपरेशन है। मिशन निदेशक ने बताया कि लूणकरणसर निवासी इमरान नामक व्यक्ति द्वारा गर्भस्थ शिशु के लिंग जांच करवाने की सूचना जिला पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ को मिल रही थी।
इमरान निजी अस्पतालों / डायग्नोस्टिक सेंटरों व जांच सामग्री आपूर्ति से सम्बंधित कार्य से जुड़ा रहा था। पिछले 1 माह से इसकी रेकी की जा रही थी। डिकॉय ऑपरेशन की योजना बनाकर दलाल से सम्पर्क साधा और लिंग जांच के लिए आग्रह किया। दलाल ने उन्हें रविवार को सुबह 9 बजे रेलवे स्टेशन के सामने बुलाया। यहाँ डिकॉय गर्भवती महिला, उसकी सहयोगी महिला पहुँच गए। दलाल ने तय राशि लेकर गर्भवती को अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाया और डूंगर कॉलेज रोड़, सादुल गंज स्थित गायनेकोलोजिस्ट डॉ. अनीता बेनीवाल को दिखाया। डॉ. बेनीवाल ने उन्हें सोनोग्राफी करवाने की सलाह लिखी। आरोपी दलाल उन्हें उसी रोड़ पर स्थित ओके डायग्नोस्टिक सेंटर ले गया। वहाँ जांच जल्दी करवाने का आग्रह किया। गर्भवती को नजदीक ज्यूस पिलाकर लाए और सोनोलोजिस्ट डॉ. ओ.पी. भाम्भू द्वारा सोनोग्राफी की गई। दलाल वापिस सेण्टर के अन्दर गया और बाहर आकर लड़का होने की बधाई दी। इशारा पाते ही वहां पहले से मौजूद राज्य पीसीपीएनडीटी दल ने इमरान को दबोच लिया।
आरोपी को सोमवार को विशेष पीसीपीएनडीटी न्यायलय में पेश किया जाएगा। डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक अयूब खान और डॉ. ओ.पी. भाम्भू की इसमें लिप्तता की भी जांच की जा रही है। डिकॉय को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले डेप रक्षकों में राज्य पीबीआई थाने की सीआई अर्चना मीणा, कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह व बीकानेर, सीकर व बाड़मेर पीसीपीएनडीटी समन्वयक भी शामिल रहे।
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