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गुजरात के बाद गोवा में भी तूफान ‘वायु’ की दहशत, बीचों को खाली कराया
मौसम विभाग ने दूर-दराज के क्षेत्रों और लक्षद्वीप समूह में भारी बारिश और
तटीय इलाकों में तूफानी मौसम की चेतावनी दी है। केरल के उत्तर मलप्पुरम और
कोझिकोड में 12 जून को भारी वर्षा के अनुमान जताए गए हैं। इस दौरान
क्षेत्रों में लोगों अलर्ट रहने के लिए कहा गया है, जहां पिछले साल मानसून
के दौरान भूस्खलन की घटनाएं हुई थीं।
आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में एक या दो स्थानों पर 16 जून की सुबह तक भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) होने की बहुत संभावना है। इसमें कहा गया कि लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल और कर्नाटक तट में 40-50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं और मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। तटीय इलाकों में दस से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है और कई जिलों में पेड़ उखड़ने की खबरें हैं।
आम तौर पर ओडिशा में मानसून 10 जून को दस्तक दे देता है, पर फिलहाल चार-पांच दिनों तक मानसून के यहां पहुंचने के आसार नहीं हैं और न ही इसके संकेत मिले हैं कि यहां मानसून कब तक पहुंचेगा। जहां तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात है, यहां मानसून आम तौर पर 29 जून को पहुंच जाता है, पर इस बार दिल्ली में भी मानसून के आने में देरी के आसार जताए जा रहे हैं।
आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में एक या दो स्थानों पर 16 जून की सुबह तक भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) होने की बहुत संभावना है। इसमें कहा गया कि लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल और कर्नाटक तट में 40-50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं और मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। तटीय इलाकों में दस से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है और कई जिलों में पेड़ उखड़ने की खबरें हैं।
आम तौर पर ओडिशा में मानसून 10 जून को दस्तक दे देता है, पर फिलहाल चार-पांच दिनों तक मानसून के यहां पहुंचने के आसार नहीं हैं और न ही इसके संकेत मिले हैं कि यहां मानसून कब तक पहुंचेगा। जहां तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात है, यहां मानसून आम तौर पर 29 जून को पहुंच जाता है, पर इस बार दिल्ली में भी मानसून के आने में देरी के आसार जताए जा रहे हैं।
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