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एमसीएक्स पर 4000 रुपए प्रति बैरल से नीचे फिसला कच्चा तेल
नई दिल्ली। घरेलू वायदा बाजार में बुधवार को कच्चे तेल का भाव 4,000 रुपए प्रति बैरल के मनोवज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया, जोकि मार्च के बाद का सबसे निचला स्तर है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से कच्चे तेल के दाम में जारी नरमी के कारण देश के सबसे बड़े वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) बुधवार को कच्चे तेल का नवंबर वायदा अनुबंध 3,968 रुपये प्रति बैरल तक लुढ़क गया, जोकि मार्च 2018 के बाद का सबसे निचला स्तर है। हालांकि भारतीय समयानुसार अपराह्न् 3.59 बजे नवंबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 68 रुपए यानी 1.66 फीसदी की कमजोरी के साथ 4,035 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
पिछले महीने के पहले सप्ताह में एमसीएक्स पर कच्चे तेल का भाव 5,600 रुपए प्रति बैरल से ऊपर चला गया था। इस प्रकार पिछले करीब पांच सप्ताहों में कच्चे तेल के दाम में 1,600 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई है। एमसीएक्स पर मंगलवार को कच्चे तेल का नवंबर डिलीवरी वायदा 328 रुपये यानी 7.45 फीसदी लुढ़क कर 4,075 रुपए प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो कि छह अप्रैल के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब कच्चे तेल का भाव 4,029 रुपए प्रति बैरल पर आ गया था। उधर, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर ब्रेंट क्रूड का जनवरी वायदा अनुबंध बुधवार को बीते सत्र के मुकाबले 0.66 फीसदी बढ़त के साथ 65.90 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड डल्यूटीआई 0.20 फीसदी की बढ़त के साथ 55.78 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।
कच्चे तेल का भाव आपूर्ति बढ़ने और मांग कमजोर रहने की संभावनाओं से टूटा है। अक्टूबर के बाद कच्चे तेल के दाम में करीब 25 फीसदी गिरावट आ चुकी है, जोकि 2014 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन दिसंबर में बढ़कर रिकॉर्ड 79.4 लाख बैरल रोजाना होने की संभावना है। अमेरिकी ऊर्जा एजेंसी ईआईए ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका का तेल उत्पादन 116 लाख बैरल रोजाना हो सकता है और इस प्रकार अमेरिका, रूस और सऊदी अरब के बाद कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक बन सकता है।
पिछले महीने के पहले सप्ताह में एमसीएक्स पर कच्चे तेल का भाव 5,600 रुपए प्रति बैरल से ऊपर चला गया था। इस प्रकार पिछले करीब पांच सप्ताहों में कच्चे तेल के दाम में 1,600 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई है। एमसीएक्स पर मंगलवार को कच्चे तेल का नवंबर डिलीवरी वायदा 328 रुपये यानी 7.45 फीसदी लुढ़क कर 4,075 रुपए प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो कि छह अप्रैल के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब कच्चे तेल का भाव 4,029 रुपए प्रति बैरल पर आ गया था। उधर, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर ब्रेंट क्रूड का जनवरी वायदा अनुबंध बुधवार को बीते सत्र के मुकाबले 0.66 फीसदी बढ़त के साथ 65.90 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड डल्यूटीआई 0.20 फीसदी की बढ़त के साथ 55.78 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।
कच्चे तेल का भाव आपूर्ति बढ़ने और मांग कमजोर रहने की संभावनाओं से टूटा है। अक्टूबर के बाद कच्चे तेल के दाम में करीब 25 फीसदी गिरावट आ चुकी है, जोकि 2014 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन दिसंबर में बढ़कर रिकॉर्ड 79.4 लाख बैरल रोजाना होने की संभावना है। अमेरिकी ऊर्जा एजेंसी ईआईए ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका का तेल उत्पादन 116 लाख बैरल रोजाना हो सकता है और इस प्रकार अमेरिका, रूस और सऊदी अरब के बाद कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक बन सकता है।
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