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आबादी के अनुपात में हो श्मशान, कब्रिस्तान - साक्षी महाराज
उन्नाव । भाजपा सांसद साक्षी महाराज एक बार फिर अपने विवादास्पद बोल की वजह से
सुर्खियों में आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न
जगहों पर श्मशान और कब्रिस्तान दोनों प्रमुख समुदायों की आबादी के हिसाब से
होना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि "मुसलमानों को भी शवों को दफनाने के बजाय जलाना शुरू
कर देना चाहिए।"
महाराज रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार श्रीकांत कटियार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सवालिया लहजे में कहा, "देश में लगभग 2-2.5 करोड़ साधु हैं और अगर हम उन सभी के लिए समाधि बनाना शुरू कर दें, तो कोई भी कल्पना कर सकता है कि उसके लिए कितनी जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसी तरह, भारत में 20 करोड़ मुस्लिम हैं, और अगर सभी को दफनाना पड़ेगा तो फिर कितनी जमीन बचेगी?
साक्षी महाराज ने आगे कहा कि एक कानून होना चाहिए, जिसके तहत दफनाने के लिए कोई जमीन नहीं दी जानी चाहिए और सभी समुदायों को दाह संस्कार का विकल्प चुनना चाहिए। "अन्यथा, एक दिन, हमारे पास देश में खेती के लिए जमीन भी नहीं बचेगी। हमारे धैर्य और शालीनता की परीक्षा नहीं होनी चाहिए।"
सांसद महाराज के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी ने कहा कि "भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है, जो वे हर चुनाव में किया करते हैं।"
--आईएएनएस
महाराज रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार श्रीकांत कटियार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सवालिया लहजे में कहा, "देश में लगभग 2-2.5 करोड़ साधु हैं और अगर हम उन सभी के लिए समाधि बनाना शुरू कर दें, तो कोई भी कल्पना कर सकता है कि उसके लिए कितनी जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसी तरह, भारत में 20 करोड़ मुस्लिम हैं, और अगर सभी को दफनाना पड़ेगा तो फिर कितनी जमीन बचेगी?
साक्षी महाराज ने आगे कहा कि एक कानून होना चाहिए, जिसके तहत दफनाने के लिए कोई जमीन नहीं दी जानी चाहिए और सभी समुदायों को दाह संस्कार का विकल्प चुनना चाहिए। "अन्यथा, एक दिन, हमारे पास देश में खेती के लिए जमीन भी नहीं बचेगी। हमारे धैर्य और शालीनता की परीक्षा नहीं होनी चाहिए।"
सांसद महाराज के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी ने कहा कि "भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है, जो वे हर चुनाव में किया करते हैं।"
--आईएएनएस
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