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देश विदेश में झूठ बोलने का कांग्रेस ने रिकॉर्ड तोड़ा: अनुराग ठाकुर
राहुल ने अमेठी में नामांकन के दौरान जो हलफनामा भरा, उसके मुताबिक
वह ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल पास हैं।
साल 1995 में उन्होंने यह डिग्री डेवलपमेंट इकनॉमिक्स में हासिल की थी, पर
विवि का सर्टिफिकेट बताता है कि न सिर्फ उसमें लिखी तारीखें गलत हैं, बल्कि
जो कोर्स उन्होंने लिया उसका भी नाम सहीं नहीं लिखा था।राहुल गांधी ने
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी रॉल विंसी नाम से कराया गया था और यूनिवर्सिटी के
मुताबिक, उन्होंने 2004-2005 में एमफिल की पढ़ाई की, जबकि उनके हलफनामे में
1994-95 लिखा था।
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा"अतिउत्साह में झूठ बोलने और भ्रम फैलाने का राहुल गांधी का लम्बा ट्रैक रिकार्ड है।हाल ही राफ़ेल पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को कोर्ट का फैसला बताते हुए बिना रिपोर्ट को पढ़े और तथ्यों को जाने बिना ही इन्होंने झूठ पर आधारित कैंपेंन शुरू कर दिया जिसके खिलाफ हमारी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के अवमानना की याचिका दायर कर दी है। देश की संवैधानिक संस्थाओं और गणमान्यों पर अपनी सहूलियत के हिसाब से मिथ्या आरोप लगाने में राहुल गांधी एक सेकेंड भी समय नहीं लगाते। संसद में राफेल पर ऑडियो टेप की प्रमाणिकता सिद्ध करने पर ये कैसे पीछे हटे थे इसका गवाह पूरा देश है।
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा"अतिउत्साह में झूठ बोलने और भ्रम फैलाने का राहुल गांधी का लम्बा ट्रैक रिकार्ड है।हाल ही राफ़ेल पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को कोर्ट का फैसला बताते हुए बिना रिपोर्ट को पढ़े और तथ्यों को जाने बिना ही इन्होंने झूठ पर आधारित कैंपेंन शुरू कर दिया जिसके खिलाफ हमारी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के अवमानना की याचिका दायर कर दी है। देश की संवैधानिक संस्थाओं और गणमान्यों पर अपनी सहूलियत के हिसाब से मिथ्या आरोप लगाने में राहुल गांधी एक सेकेंड भी समय नहीं लगाते। संसद में राफेल पर ऑडियो टेप की प्रमाणिकता सिद्ध करने पर ये कैसे पीछे हटे थे इसका गवाह पूरा देश है।
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