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कांग्रेस और भाजपा क्या 11 नवंबर को पहली सूची जारी करेगी
जयपुर । दिवाली से पहले तो किसी का टिकट नहीं कटा, लेकिन अब 11 नंवबर को होने वाली भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक को लेकर राजस्थान में मौजूदा भाजपा विधायकों की धड़कन जरूर तेज हो गई है। 160 भाजपा विधायकों में से कितने टिकट काटे जाए और कौन से नए चेहरे उतारे जाए, इस बात को लेकर प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी और चुनाव प्रबंधन कमेटी की मैराथन बैठक हो चुकी है।
साथ ही केंद्रीय भाजपा नेतृत्व भी अपनी तरफ से सर्वे करवा चुका है। लेकिन अभी तक राजस्थान की रिपोर्ट और केंद्र की रिपोर्ट एक प्लेटफॉर्म पर नहीं आ पा रही है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी यह बात कह चुके है कि 75 साल से ऊपर बीमार नेताओं और विधायकों को पार्टी टिकट नहीं देगी। इसके अलावा पार्टी मौजूदा विधायकों की बूथ स्तर की रिपोर्ट के बाद ही टिकट पर फैसला लेगी।
वहीं कांग्रेस पार्टी में भी 11 नवंबर को ही केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है। इससे पहले प्रदेश के चारों सहप्रभारी विवादों में आ चुके है। अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा कि इस विवाद से निपटते हुए किस तरह टिकटों पर एक राय बने। लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा और चार सहप्रभारी रुपये लेने के आरोप में घिर चुके है, और कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं है। वहीं भाजपा को एक मुद्दा मिल गया है, जिसे भाजपा सोशल मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये बयानबाजी करके भुना रही है।
आपको बता दे कि राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर 12 नवंबर को अधिसूचना जारी होगी और 20 नवंबर तक नामांकन दाखिल किये जा सकेंगे। साथ ही 22 नवंबर को नामांकन वापसी की आखिरी तारीख है। वहीं 7 दिसंबर को मतदान होगा और 11 दिसंबर को नतीजे आएंगे।
साथ ही केंद्रीय भाजपा नेतृत्व भी अपनी तरफ से सर्वे करवा चुका है। लेकिन अभी तक राजस्थान की रिपोर्ट और केंद्र की रिपोर्ट एक प्लेटफॉर्म पर नहीं आ पा रही है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी यह बात कह चुके है कि 75 साल से ऊपर बीमार नेताओं और विधायकों को पार्टी टिकट नहीं देगी। इसके अलावा पार्टी मौजूदा विधायकों की बूथ स्तर की रिपोर्ट के बाद ही टिकट पर फैसला लेगी।
वहीं कांग्रेस पार्टी में भी 11 नवंबर को ही केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है। इससे पहले प्रदेश के चारों सहप्रभारी विवादों में आ चुके है। अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा कि इस विवाद से निपटते हुए किस तरह टिकटों पर एक राय बने। लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा और चार सहप्रभारी रुपये लेने के आरोप में घिर चुके है, और कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं है। वहीं भाजपा को एक मुद्दा मिल गया है, जिसे भाजपा सोशल मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये बयानबाजी करके भुना रही है।
आपको बता दे कि राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर 12 नवंबर को अधिसूचना जारी होगी और 20 नवंबर तक नामांकन दाखिल किये जा सकेंगे। साथ ही 22 नवंबर को नामांकन वापसी की आखिरी तारीख है। वहीं 7 दिसंबर को मतदान होगा और 11 दिसंबर को नतीजे आएंगे।
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