Advertisement
हिमाचल एसेंबली में कांग्रेस विधायकों का हंगामा
धर्मशाला (विजयेन्दर शर्मा) । हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पहला दिन विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ गया। सोमवार को दोपहर बाद सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने वाकआउट करते हुए जोरदार नारेबाजी की। और विपक्षी सदस्य सदन से बाहर आ गये। बाहर आकर कांग्रेस विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जमकर हंगामा किया । विपक्षी विधायकों ने स्कूली बच्चों को निशुल्क वर्दी नहीं दिए जाने को लेकर सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई , अैर इसके साथ ही बाबा रामदेव को जमीन देने के लिये सरकार की मेहरबानी को लेकर भी नारेबाजी की।
आपको बता दे कि हिमाचल प्रदेश की एसेंबली शिमला में है और शिमला में ही सदन चलता है। लेकिन कुछ साल पहले कांग्रेस राज में क्षेत्रिय भेदभाव के लग रहे आरोपों से निपटने के लिये धर्मशाला में शीतकालीन सत्र की रिवायत शुरू की गई, उसी के तहत इस बार धर्मशाला के तपोवन में सत्र की सोमवार को शुरूआत हुई।
जम्मू काशमीर की तर्ज पर हिमाचल में भी सरकार प्रदेश की दूसरी राजधानी में पहुंच गई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सरकार धर्मशाला शिफट हो गई है। अगले छह दिनों तक पूरा सरकारी अमला यहीं से ही सरकार को चलेगा। यही वजह है कि धर्मशाला में खासी चहलकदमी है। हालांकि धर्मशाला में सत्र का आयोजन करना सरकार के लिये काफी खर्चीला साबित हो रहा है। इसके आयोजन को लेकर विरोध के स्वर भी उठते रहे हैं। लेकिन कोई भी सरकार इस पर चली आ रही रिवायत को बदलने का साहस नहीं जुटा पाई है।
धर्मशाला में शीतकालीन सत्र के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। धर्मशाला से लेकर विधानसभा परिसर तक क्षेत्र को छह सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टरों में पुलिस जवानों के साथ अधिकारी भी तैनात किए हैं। तपोवन विधानसभा व आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू करने के लिए जिला प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। धारा 144 लागू होने से इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के जनसमूह या जनसभा का आयोजन नहीं किया जा सकता। धरना-प्रदर्शनों के लिए प्रशासन ने जोरावर सिंह खेल मैदान चिन्हित किया है, जहां प्रदेश भर से आने वाले प्रतिनिधिमंडल व राजनीतिक दल अपनी जनसभाएं आयोजित कर प्रदर्शन कर सकते हैं। धर्मशाला व आसपास के क्षेत्रों के पयर्टन निगम सहित निजी होटलों के 400 के लगभग कमरे बुक किए हैं। सीएम व वरिष्ठ मंत्रियों के ठहरने का प्रबंध सर्किट हाउस धर्मशाला में तो वहीं विपक्ष नेता मुकेश अग्निहोत्री का विद्युत विभाग के जिया रेस्ट हाउस व अन्य विधायकों का आसपास के निजी होटलों में ठहरने का इंतजाम किया गया है।
आपको बता दे कि हिमाचल प्रदेश की एसेंबली शिमला में है और शिमला में ही सदन चलता है। लेकिन कुछ साल पहले कांग्रेस राज में क्षेत्रिय भेदभाव के लग रहे आरोपों से निपटने के लिये धर्मशाला में शीतकालीन सत्र की रिवायत शुरू की गई, उसी के तहत इस बार धर्मशाला के तपोवन में सत्र की सोमवार को शुरूआत हुई।
जम्मू काशमीर की तर्ज पर हिमाचल में भी सरकार प्रदेश की दूसरी राजधानी में पहुंच गई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सरकार धर्मशाला शिफट हो गई है। अगले छह दिनों तक पूरा सरकारी अमला यहीं से ही सरकार को चलेगा। यही वजह है कि धर्मशाला में खासी चहलकदमी है। हालांकि धर्मशाला में सत्र का आयोजन करना सरकार के लिये काफी खर्चीला साबित हो रहा है। इसके आयोजन को लेकर विरोध के स्वर भी उठते रहे हैं। लेकिन कोई भी सरकार इस पर चली आ रही रिवायत को बदलने का साहस नहीं जुटा पाई है।
धर्मशाला में शीतकालीन सत्र के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। धर्मशाला से लेकर विधानसभा परिसर तक क्षेत्र को छह सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टरों में पुलिस जवानों के साथ अधिकारी भी तैनात किए हैं। तपोवन विधानसभा व आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू करने के लिए जिला प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। धारा 144 लागू होने से इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के जनसमूह या जनसभा का आयोजन नहीं किया जा सकता। धरना-प्रदर्शनों के लिए प्रशासन ने जोरावर सिंह खेल मैदान चिन्हित किया है, जहां प्रदेश भर से आने वाले प्रतिनिधिमंडल व राजनीतिक दल अपनी जनसभाएं आयोजित कर प्रदर्शन कर सकते हैं। धर्मशाला व आसपास के क्षेत्रों के पयर्टन निगम सहित निजी होटलों के 400 के लगभग कमरे बुक किए हैं। सीएम व वरिष्ठ मंत्रियों के ठहरने का प्रबंध सर्किट हाउस धर्मशाला में तो वहीं विपक्ष नेता मुकेश अग्निहोत्री का विद्युत विभाग के जिया रेस्ट हाउस व अन्य विधायकों का आसपास के निजी होटलों में ठहरने का इंतजाम किया गया है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement