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मध्यप्रदेश में कम्प्यूटर बाबा सहित कई संतों ने चुनाव लडने का दम ठोका
भोपाल। मध्य प्रदेश में वर्ष के अंत में होने वाले चुनाव बहुत रोचकता बढाते हुए नजर आ रहे हैं। क्योंकि इन चुनावों में साधु-संतों ने चुनाव लडने का फैसला लिया है। वे गंदी राजनीति में अध्यात्मिक माध्यम से सफाई करने के काफी इच्छुक हैं। इसलिए उन्होंने विधानसभा के चुनाव मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान करने के बाद अन्य संतों को राजनीतिक भागीदारी इच्छा जागृत हो गई।
मशहूर संत नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा ने स्वयं चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है।
स्वामी नामदेव त्यागी ने शनिवार को बताया कि मैं चुनाव लडऩे का इच्छुक हूं, मैं भाजपा पर टिकट देने के लिए दबाव नहीं डालूंगा। मुख्यमंत्री चौहान मेरे ऊपर विश्वास करके विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए कहेंगे, तो मैं बिलकुल तैयार हूं। वे इंदौर से चुनाव लडऩे के लिए प्रयास कर रहे हैं। उल्लेख है कि स्वामी नामदेव शास्त्री उर्फ कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा नदी के दोनों तरफ पेड़ लगाने के कथित घोटाले का खुलासा करने और अवैध रेत खनन पर प्रतिबंध लगाने के लिए अप्रैल में नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने का आह्वान किया था। इसके बाद एमपी सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री पद से सशोभित किया था।
इसी तरह रामचरित मानस में डॉक्टरेट उपाधि धारक बाबा अवधेशपुरी प्रदेश के उज्जैन जिले से भाजपा के टिकट पर चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। उज्जैन निवासी अवधेशपुरी ने बताया कि मेरा विश्व हिन्दू परिषद एवं संघ परिवार से करीबी सम्बंध रहा है। मैं भाजपा के लिए जब से कार्य कर रहा हूं जब पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं था। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो वे चुनाव में निर्दलीय मैदान में उतरेंगे। इसके साथ ही संत मदन मोहन खड़ेश्वरी ने बताया कि वह सिवनी जिले की केवलारी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लडऩा चाहते हैं। जीत दर्ज करवाने का दावा करते हैं।
मशहूर संत नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा ने स्वयं चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है।
स्वामी नामदेव त्यागी ने शनिवार को बताया कि मैं चुनाव लडऩे का इच्छुक हूं, मैं भाजपा पर टिकट देने के लिए दबाव नहीं डालूंगा। मुख्यमंत्री चौहान मेरे ऊपर विश्वास करके विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए कहेंगे, तो मैं बिलकुल तैयार हूं। वे इंदौर से चुनाव लडऩे के लिए प्रयास कर रहे हैं। उल्लेख है कि स्वामी नामदेव शास्त्री उर्फ कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा नदी के दोनों तरफ पेड़ लगाने के कथित घोटाले का खुलासा करने और अवैध रेत खनन पर प्रतिबंध लगाने के लिए अप्रैल में नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने का आह्वान किया था। इसके बाद एमपी सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री पद से सशोभित किया था।
इसी तरह रामचरित मानस में डॉक्टरेट उपाधि धारक बाबा अवधेशपुरी प्रदेश के उज्जैन जिले से भाजपा के टिकट पर चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। उज्जैन निवासी अवधेशपुरी ने बताया कि मेरा विश्व हिन्दू परिषद एवं संघ परिवार से करीबी सम्बंध रहा है। मैं भाजपा के लिए जब से कार्य कर रहा हूं जब पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं था। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो वे चुनाव में निर्दलीय मैदान में उतरेंगे। इसके साथ ही संत मदन मोहन खड़ेश्वरी ने बताया कि वह सिवनी जिले की केवलारी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लडऩा चाहते हैं। जीत दर्ज करवाने का दावा करते हैं।
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