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ब्लाक स्तर पर गठित होंगी आर्ट ऑफ लिविंग की समितियां : सुकांत
बिलासपुर। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा व्यक्ति विकास केंद्र के तत्वाधान में राज्य स्तरीय डिवेल्पमेंट कमेटी की बैठक विश्वकर्मा मंदिर में हुई। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों की डिस्ट्रिक डवेल्पमेंट कमेटियों के सदस्यों ने भाग लिया। सभी सदस्यों की उपस्थिति में अगले छह माह में प्रदेश के सभी जिलों में ब्लाक स्तर पर आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रमों को पहुंचाने का लक्ष्य तैयार किया गया। हिमाचल अपैक्स कमेटी के समन्वक सुकांत पाल ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रमों को घर-घर तक पहुंचाने के लिए ब्लाक स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा।
बैठक में लिए अहम निर्णय के तहत प्रदेश भर में नशे की दलदल में धंसते जा रहे युवाओं को इससे बाहर निकालने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण स्तर पर इन्हें युवाओं के सहयोग से ही आयोजित किया जाएगा। जिसके तहत एक सुंदर, स्वच्छ, सुभद्र, सुशिक्षित, सुदृढ़, सुव्यवस्थित व सुसंस्कृत समाज को बनाने के लिए संस्था के फाईव-एच कार्यक्रम को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। सुकांत पाल ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश की युवा पीढ़ी नशे की आगोश में समाती जा रही है लेकिन आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा युवाओं को नशे से बाहर लाने के लिए प्रदेश भर की आईटीआई में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
इसके तहत महज छह महीने के अंतराल में दस हजार युवा नशे का त्याग कर आर्ट ऑफ लिविंग ज्वाईन कर चुके हैं। युवाओं को नशे से बचाने के लिए नाटकों के माध्यम से भी जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बैठक में राज्य स्तरीय डवेल्पमेंट कमेटी का भी गठन किया गया। जिसमें हर जिला से पांच-पांच सदस्यों को इसमें शामिल किया गया है। बैठक में टीचर स्टेट कॉर्डिनेटर रूकमणी व हरप्रीत खरबंदा, प्रशासक रिंपल वर्मा और एपेक्स मेंबर सुशील कुमार व वीरेंद्र ठाकुर सहित प्रदेश भर से आए सदस्य मौजूद रहे।
बैठक में लिए अहम निर्णय के तहत प्रदेश भर में नशे की दलदल में धंसते जा रहे युवाओं को इससे बाहर निकालने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण स्तर पर इन्हें युवाओं के सहयोग से ही आयोजित किया जाएगा। जिसके तहत एक सुंदर, स्वच्छ, सुभद्र, सुशिक्षित, सुदृढ़, सुव्यवस्थित व सुसंस्कृत समाज को बनाने के लिए संस्था के फाईव-एच कार्यक्रम को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। सुकांत पाल ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश की युवा पीढ़ी नशे की आगोश में समाती जा रही है लेकिन आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा युवाओं को नशे से बाहर लाने के लिए प्रदेश भर की आईटीआई में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
इसके तहत महज छह महीने के अंतराल में दस हजार युवा नशे का त्याग कर आर्ट ऑफ लिविंग ज्वाईन कर चुके हैं। युवाओं को नशे से बचाने के लिए नाटकों के माध्यम से भी जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बैठक में राज्य स्तरीय डवेल्पमेंट कमेटी का भी गठन किया गया। जिसमें हर जिला से पांच-पांच सदस्यों को इसमें शामिल किया गया है। बैठक में टीचर स्टेट कॉर्डिनेटर रूकमणी व हरप्रीत खरबंदा, प्रशासक रिंपल वर्मा और एपेक्स मेंबर सुशील कुमार व वीरेंद्र ठाकुर सहित प्रदेश भर से आए सदस्य मौजूद रहे।
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