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CM भूपेश बघेल गढ़ रहे ठेठ छत्तीसगढिय़ा की छवि, संस्कृति के सहारे दिल जीतने की जुगत
राज्यपाल अनुसुइया उइके इस तरह के आयोजनों को सकारात्मक रूप से देखती हैं।
उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न ग्रामीण खेलों, लोकनृत्य, ललित कला
और शास्त्रीय संगीत पर आधारित प्रतियोगिताओं से ग्रामीण खेल प्रतिभाएं निखर
कर बाहर आएंगी और प्रदेश की स्थानीय कला संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
राज्य सरकार द्वारा राज्योत्सव, आदिवासी नृत्य महोत्सव और इस युवा महोत्सव के माध्यम से खेल एवं संस्कृति को जीवित रखने का प्रयास सराहनीय है। छत्तीसगढ़ के राजनीतिक जानकार मानते हैं कि बघेल लंबी राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी में है, यह तभी संभव है जब आपकी आम जनों के बीच गहरी पैठ हो, इसका सबसे सीधा और सरल रास्ता क्षेत्रीय बोली, भाषा और संस्कृति है।
एक जानकार ने कहा कि बघेल यह जानते हैं कि क्षेत्रीय अस्मिता का असर लोगों पर ज्यादा होता है, इसके जरिए पैठ बनाने के साथ दिल जीतना आसान है। इसीलिए वे दोनों मोर्चो पर काम कर रहे हैं। एक तरफ विकास का सहारा है तो दूसरी ओर संस्कृति के जरिए लोगों के करीब पहुंच रहे हैं।
(IANS)
राज्य सरकार द्वारा राज्योत्सव, आदिवासी नृत्य महोत्सव और इस युवा महोत्सव के माध्यम से खेल एवं संस्कृति को जीवित रखने का प्रयास सराहनीय है। छत्तीसगढ़ के राजनीतिक जानकार मानते हैं कि बघेल लंबी राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी में है, यह तभी संभव है जब आपकी आम जनों के बीच गहरी पैठ हो, इसका सबसे सीधा और सरल रास्ता क्षेत्रीय बोली, भाषा और संस्कृति है।
एक जानकार ने कहा कि बघेल यह जानते हैं कि क्षेत्रीय अस्मिता का असर लोगों पर ज्यादा होता है, इसके जरिए पैठ बनाने के साथ दिल जीतना आसान है। इसीलिए वे दोनों मोर्चो पर काम कर रहे हैं। एक तरफ विकास का सहारा है तो दूसरी ओर संस्कृति के जरिए लोगों के करीब पहुंच रहे हैं।
(IANS)
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