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बच्चों की शिक्षा और संस्कार ही भारत का विश्व में डंका बजाएंगे

khaskhabar.com : रविवार, 27 नवम्बर 2016 4:24 PM (IST)
बच्चों की शिक्षा और संस्कार ही भारत का विश्व में डंका बजाएंगे
सफीदों। हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि विश्व में भारत का डंका बजाना है तो न केवल बच्चों की शिक्षा की ओर ध्यान देना होगा बल्कि उन्हे संस्कारिक भी करना होगा।
राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने यह बात सफीदों के सेठ कलीराम डी ए वी पब्लिक स्कूल के रजत जयन्ती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत निरन्तर विकास के पथ पर अग्रसर है। पिछले अढाई वर्षो में देश में हर क्षेत्र में आशातीत उन्नति की है। जिसकी बदौलत दुनिया का हर देश भारत की ओर आशा भरी निगाहो से देख रहा है। हरियाणा प्रदेश ने भी अपने 50 वर्ष पूरे कर लिए है।
इन वर्षो में हरियाणा प्रदेश ने हर क्षेत्र में काफी उन्नति की है। शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रदेश की उन्नति लाजवाब है। सन् 1975 के आंकडों पर नजर डाली जाए तो इस प्रदेश में मात्र 25 प्रतिशत लोग ही पढ़े लिखे थे। आज प्रदेश की 84 प्रतिशत जन संख्या पढी लिखी है। खास बात यह है कि इस प्रदेश की 66 प्रतिशत महिलाएं भी शिक्षित है जो प्रदेश की आधी आबादी है। उन्होनें कहा कि शिक्षा के दम पर हरियाणा प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसकी सभी ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि शिक्षित है। राज्य पाल ने कहा कि पैसा हाथ के मैल के बराबर होता है। इसके पीछे मानव को कभी नही पडना चाहिए। अगर किसी चीज के पीछे पडऩा ही है तो अपने बच्चों को संस्कारित करने के पीछे पड़े । यही सबसे बड़ा धन होता है। देश का भविष्य बच्चों के साथ जुड़ा
हुआ है ,इसलिए भारत के भविष्य को स्वर्णिम बनाना है तो बच्चों को हर हाल में उच्च गुणवत्ता परक शिक्षा दिलवाना तथा संस्कारित करना होगा। महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती व देश के अन्य महान संतो ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए देश के लोगों को शिक्षित होने का आहवान किया और अनेक बड़ी-बड़ी शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की जिनमें से डी ए वी संस्था एक है। उन्होनें इस तरह की शिक्षण संस्थाओं के लिए जमीन दान करने वाले और इनके विकास के लिए सहयोग करने वाले लोगों के सम्बंध में कहा कि वे सभी लोग धन्यवाद के पात्र है। उन्होनें कहा कि उन महान पुरूषों में सेठ कलीराम भी एक थे, जिन्होनें सफीदों के डी ए वी पब्लिक स्कूल के लिए दो एकड़ जमीन दान कर इस विद्यालय की स्थापना करवाई। आज देश की 9 हजार डी ए वी शिक्षण संस्थाओं में 20 लाख विद्यार्थी अध्यनरत है,जिन्हे 6 हजार अध्यापक विद्या दान दे रहे है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर विद्यालय के रजत जयन्ती शैक्षणिक ब्लाक की आधारशिला रखते हुए कहा कि बेशकआज 12 कमरों वाले शैक्षिणिक ब्लाॅक की आधारशिला रख दी गई है। लेकिन इस विद्यालय में पढने व पढाने की इच्छा रखने वाले लोगों की तादाद देखते हुए भविष्य में यह शैक्षिण ब्लाक भी नाकाफी साबित होगा। इस अवसर पर उन्होनें विद्यालय की सिल्वर स्पैन पत्रिका का विमोचन किया। और विद्यालय परिसर में पौधा रोपण कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी दिया। राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी का सफीदों पंहुचने पर जोरदार स्वागत किया गया । उन्हे मुख्य सड़क से कार्यक्रम स्थल तक ढ़ोल नंगाड़ों के बीच लाया गया।

सोलंकी ने इस अवसर पर विद्यालय की मेधावी विद्यार्थियों एवं खेल के क्षेत्र में नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता डी ए वी शिक्षण संस्थाओं के सचिव रविन्द्र कुमार ने की। विद्यालय की प्राचार्या रश्मि ने स्कूल की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की उपलब्धियों बारे विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर सफीदों के विधायक जसबीर सिंह देशवाल , बीजेपी के जिला प्रधान अमरपाल राणा,डीसी विनय सिंह ,पुलिस अधीक्षक शशांक आनन्द ,एसडीएम जगनिवास ,डीएवी के संस्था के क्षेत्रीय निदेशक डा० धर्मदेव विद्यार्थी , महेश चौपड़ा समेत डीएवी संस्थाओं के कई पदाधिकारी एवं क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


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