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मुख्यमंत्री ने दी पुलिसकर्मियों को बड़ी सौगात, आखिर क्या, यहां पढ़ें
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने 6 हजार कांस्टेबलों की पदोन्नति के अवसर पर प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों को एक बड़ी सौगात देते हुए कांस्टेबल से लेकर पुलिस महानिदेशक स्तर तक के लिए दोहरी बीमा योजना राशि में 10 गुना बढ़ोतरी की घोषणा की है। राज्य पुलिसकर्मियों की इस बीमा योजना में यह बढ़ोतरी 27 साल बाद की गई है।
सीएम राजे ने राजस्थान पुलिस अकादमी में बुधवार को राज्यस्तरीय पुलिस पदोन्नति समारोह में उपस्थित हजारों नव पदोन्नत हैड कांस्टेबल्स तथा अन्य पुलिसकर्मियों के बीच यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कांस्टेबल से हैड कांस्टेबल तक 20 लाख रुपये, एएसआई से पुलिस निरीक्षक तक 40 लाख तथा उप अधीक्षक से पुलिस महानिदेशक तक 60 लाख रुपये का दोहरा बीमा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पहले कई कांस्टेबल अपने पूरे सेवाकाल में बिना पदोन्नत हुए सेवानिवृत्त हो जाते थे। हमारी सरकार ने उनकी इस पीड़ा को पूरी शिद्दत से महसूस किया और उनके हक में संवेदनशील निर्णय लेते हुए फैसला लिया कि 18 साल या उससे अधिक सेवा पूरी कर चुके कांस्टेबल्स को योग्यता परीक्षा के स्थान पर स्क्रीनिंग पद्धति से पदोन्नत किया जाए। मुझे खुशी है कि मात्र दो माह से कम समय में 6 हजार कांस्टेबलों का पदोन्नति का सपना आज पूरा हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भविष्य में भी कांस्टेबलों को इसी प्रकार प्रमोशन मिलते रहेंगे और कोई पात्र कांस्टेबल बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान की गिनती अमन-चैन और शांतिप्रिय प्रदेश के रूप में होती है। इसका बहुत कुछ श्रेय हमारे जांबाज पुलिसकर्मियों को जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे पुलिसकर्मी दिन-रात चैकस रहकर मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देते हैं और हम सब उन्हीं की बदौलत अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं।
सीएम राजे ने राजस्थान पुलिस अकादमी में बुधवार को राज्यस्तरीय पुलिस पदोन्नति समारोह में उपस्थित हजारों नव पदोन्नत हैड कांस्टेबल्स तथा अन्य पुलिसकर्मियों के बीच यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कांस्टेबल से हैड कांस्टेबल तक 20 लाख रुपये, एएसआई से पुलिस निरीक्षक तक 40 लाख तथा उप अधीक्षक से पुलिस महानिदेशक तक 60 लाख रुपये का दोहरा बीमा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पहले कई कांस्टेबल अपने पूरे सेवाकाल में बिना पदोन्नत हुए सेवानिवृत्त हो जाते थे। हमारी सरकार ने उनकी इस पीड़ा को पूरी शिद्दत से महसूस किया और उनके हक में संवेदनशील निर्णय लेते हुए फैसला लिया कि 18 साल या उससे अधिक सेवा पूरी कर चुके कांस्टेबल्स को योग्यता परीक्षा के स्थान पर स्क्रीनिंग पद्धति से पदोन्नत किया जाए। मुझे खुशी है कि मात्र दो माह से कम समय में 6 हजार कांस्टेबलों का पदोन्नति का सपना आज पूरा हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भविष्य में भी कांस्टेबलों को इसी प्रकार प्रमोशन मिलते रहेंगे और कोई पात्र कांस्टेबल बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान की गिनती अमन-चैन और शांतिप्रिय प्रदेश के रूप में होती है। इसका बहुत कुछ श्रेय हमारे जांबाज पुलिसकर्मियों को जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे पुलिसकर्मी दिन-रात चैकस रहकर मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देते हैं और हम सब उन्हीं की बदौलत अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं।
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