Advertisement
कैप्टन ने गेहूं की खरीद के लिए मापदण्डों में ढील देने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बेमौसम बारिश के कारण फसल के हुए नुकसान के मद्देनजर मौजूदा खरीद सीजन के दौरान गेहूं की खरीद के लिए तय मापदण्डों में ढील दिए जाने के लिए प्रंधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री ने बारिश के कारण गेहूं की गुणवत्ता को हुए नुक्सान का मूल्यांकन करने के लिए माहिरों की एक टीम को पंजाब के दौरे पर भेजने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्रालय को निर्देश देने के लिए भी प्रधानमंत्री को कहा है, जिससे इस सम्बन्ध में संशोधित उचित मापदंड तैयार किये जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कीमत में बिना किसी कटौती के खरीद मापदण्डों में उचित ढील देने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की है। राज्य में 16 अप्रैल से 18 अप्रैल 2019 तक हुई बारिश और तेज हवाओं से फ़सलों को हुई भारी क्षति के कारण किसानों को नुक्सान पहुँचा है। यह किसान पहले ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिस कारण खरीद मापदण्डों में ढील दिए जाने की ज़रूरत है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पकने की कगार पर खड़ी फ़सल को बारिश और हवाओं के कारण भारी नुकसान हुआ है। इससे गेहूं की गुणवत्ता पर असर पड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि लगातार बारिश के कारण मार्च महीने के दौरान राज्य में तापमान पहले ही कम रहा जिसके कारण गेहूं की कटाई में देरी हुई। इसके नतीजे के तौर पर मंडियों में भी गेहूं देरी से पहुंचना शुरू हुआ और इसकी खरीद 11 अप्रैल से शुरू हुई। मंडियों में तकरीबन 3 लाख मीट्रीक टन गेहूं पहुंच चुका है जो कि पिछले समय से काफी कम है।
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है कि आने वाले दिनों में मंडियों में गेहूँ की आमद बढऩे की संभावना है परन्तु राज्य की मंडियों में आ रहे गेहूं की गुणवत्ता एफ.ए.क्यू.(फेयर एवरेज क्वालिटी) के मापदण्डों के अनुकूल नहीं है। गेहूं के रंग में तबदीली होने, दाना टूटने और नमी की समस्या है। मुख्यमंत्री ने किसान भाईचारे के बड़े हितों के मद्देनजर गेहूं की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाने के लिए यह मुद्दा तुरंत हल करने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की।
मुख्यमंत्री ने बारिश के कारण गेहूं की गुणवत्ता को हुए नुक्सान का मूल्यांकन करने के लिए माहिरों की एक टीम को पंजाब के दौरे पर भेजने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्रालय को निर्देश देने के लिए भी प्रधानमंत्री को कहा है, जिससे इस सम्बन्ध में संशोधित उचित मापदंड तैयार किये जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कीमत में बिना किसी कटौती के खरीद मापदण्डों में उचित ढील देने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की है। राज्य में 16 अप्रैल से 18 अप्रैल 2019 तक हुई बारिश और तेज हवाओं से फ़सलों को हुई भारी क्षति के कारण किसानों को नुक्सान पहुँचा है। यह किसान पहले ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिस कारण खरीद मापदण्डों में ढील दिए जाने की ज़रूरत है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पकने की कगार पर खड़ी फ़सल को बारिश और हवाओं के कारण भारी नुकसान हुआ है। इससे गेहूं की गुणवत्ता पर असर पड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि लगातार बारिश के कारण मार्च महीने के दौरान राज्य में तापमान पहले ही कम रहा जिसके कारण गेहूं की कटाई में देरी हुई। इसके नतीजे के तौर पर मंडियों में भी गेहूं देरी से पहुंचना शुरू हुआ और इसकी खरीद 11 अप्रैल से शुरू हुई। मंडियों में तकरीबन 3 लाख मीट्रीक टन गेहूं पहुंच चुका है जो कि पिछले समय से काफी कम है।
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है कि आने वाले दिनों में मंडियों में गेहूँ की आमद बढऩे की संभावना है परन्तु राज्य की मंडियों में आ रहे गेहूं की गुणवत्ता एफ.ए.क्यू.(फेयर एवरेज क्वालिटी) के मापदण्डों के अनुकूल नहीं है। गेहूं के रंग में तबदीली होने, दाना टूटने और नमी की समस्या है। मुख्यमंत्री ने किसान भाईचारे के बड़े हितों के मद्देनजर गेहूं की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाने के लिए यह मुद्दा तुरंत हल करने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
चंडीगढ़
पंजाब से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement