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पराली के निपटारे के लिए किसानों को अब तक दिलाए 7337 कृषि मशीनें और यंत्र
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की हिदायतों पर कार्रवाई करते हुए राज्य के कृषि विभाग ने धान के अवशेषों का वैज्ञानिक ढंग से निपटारा करने के लिए किसानों को अब तक 7337 कृषि मशीनें /कृषि यंत्र सब्सिडी पर मुहैया करवाए हैं।
कृषि सचिव काहन सिंह पन्नू ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा राज्य में पराली जलाने की समस्या के खात्मे के लिए धान की कटाई शुरू होने से पहले कृषि मशीनें /कृषि यंत्र किसानों को मुहैया करवाने को यकीनी बनाने के लिए लगातार यत्न किए जा रहे हैं। समूह डिप्टी कमिश्नरों को भी पराली जलाने के विरुद्ध मुहिम को और तेज करने के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि यह समस्या उत्तरी भारत में प्रदूषण का सबसे अधिक कारण है।
इस स्कीम के अंतर्गत व्यक्तिगत तौर पर कृषि मशीनरी हासिल करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी, जबकि सहकारी सभाओं और कस्टम हायरिंग सेंटरों (सीएचसी) को कृषि मशीनरी पर 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इस सीजन के दौरान किसानों और सहकारी सभाओं को 24315 मशीनें मुहैया करवाई जानी हैं।
पन्नू ने बताया कि किसानों को अब तक उपलब्ध करवाई जा चुकी 7337 कृषि मशीनें/कृषि यंत्रों में से 2819 मशीनें किसानों को व्यक्तिगत रूप से, 2144 सहकारी सभाओं और 2374 कस्टम हायरिंग सेंटरों से मुहैया करवाई गई हैं। इस मशीनरी में आधुनिक हैप्पी सिडर, पैडी स्टरा, स्टरा चौपर /कटर, मलचर, आर.एम.बी पलाओ, शरब्ब कटर, जीरो टिल ड्रिल, कम्बायनों पर लगने वाले पैडी स्टरा मैनेजमेंट सिस्टम, रोटरी सलेशर और रोटावेटर का प्रयोग फसलों के अवशेष के निपटारे के लिए किया जाता है।
कृषि सचिव काहन सिंह पन्नू ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा राज्य में पराली जलाने की समस्या के खात्मे के लिए धान की कटाई शुरू होने से पहले कृषि मशीनें /कृषि यंत्र किसानों को मुहैया करवाने को यकीनी बनाने के लिए लगातार यत्न किए जा रहे हैं। समूह डिप्टी कमिश्नरों को भी पराली जलाने के विरुद्ध मुहिम को और तेज करने के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि यह समस्या उत्तरी भारत में प्रदूषण का सबसे अधिक कारण है।
इस स्कीम के अंतर्गत व्यक्तिगत तौर पर कृषि मशीनरी हासिल करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी, जबकि सहकारी सभाओं और कस्टम हायरिंग सेंटरों (सीएचसी) को कृषि मशीनरी पर 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इस सीजन के दौरान किसानों और सहकारी सभाओं को 24315 मशीनें मुहैया करवाई जानी हैं।
पन्नू ने बताया कि किसानों को अब तक उपलब्ध करवाई जा चुकी 7337 कृषि मशीनें/कृषि यंत्रों में से 2819 मशीनें किसानों को व्यक्तिगत रूप से, 2144 सहकारी सभाओं और 2374 कस्टम हायरिंग सेंटरों से मुहैया करवाई गई हैं। इस मशीनरी में आधुनिक हैप्पी सिडर, पैडी स्टरा, स्टरा चौपर /कटर, मलचर, आर.एम.बी पलाओ, शरब्ब कटर, जीरो टिल ड्रिल, कम्बायनों पर लगने वाले पैडी स्टरा मैनेजमेंट सिस्टम, रोटरी सलेशर और रोटावेटर का प्रयोग फसलों के अवशेष के निपटारे के लिए किया जाता है।
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