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पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा मुगलसराय रेलवे स्टेशन
चंदौली। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का रेलवे स्टेशन का अब नाम बदल जाएगा। अब इसका नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया जाएगा। इस संबंध में सोमवार को अधिसूचना भी जारी हो गई।
चंदौली के सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताया है। आपको बता दें कि मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने के लिए 15 मई को ही भारत सरकार ने अनापत्ति दे दी थी। मुगलसराय स्टेशन पर ही एकात्ममानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शव मिला था। सरकार ने उनकी याद में यह कदम उठाया है। रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के आदेश के बाद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक थे, जिन्होंने अन्त्योदय का दर्शन दिया।
1862 में बने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने की कवायद पिछले साल ही शुरू हुई थी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने का सुझाव केंद्र को भेजा था। इसे बाद में केंद्र ने स्वीकार कर लिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय 1968 में मुगलसराय स्टेशन पर ही दीन दयाल मृत अवस्था में पाए गए थे।
चंदौली के सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताया है। आपको बता दें कि मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने के लिए 15 मई को ही भारत सरकार ने अनापत्ति दे दी थी। मुगलसराय स्टेशन पर ही एकात्ममानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शव मिला था। सरकार ने उनकी याद में यह कदम उठाया है। रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के आदेश के बाद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक थे, जिन्होंने अन्त्योदय का दर्शन दिया।
1862 में बने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने की कवायद पिछले साल ही शुरू हुई थी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने का सुझाव केंद्र को भेजा था। इसे बाद में केंद्र ने स्वीकार कर लिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय 1968 में मुगलसराय स्टेशन पर ही दीन दयाल मृत अवस्था में पाए गए थे।
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