Advertisement
केंद्रीय अध्ययन दल ने लिया सूखे की स्थिति का जायजा
बाड़मेर । केंद्रीय अध्ययन दल ने जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर सूखे से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने चारे एवं पानी की दिक्कत के साथ रोजगार की समस्या से अवगत कराया।
केंद्रीय अध्ययन दल में शामिल कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव दिनेश कुमार, नीति आयोग के कृषि निदेशक शिवसिंह मीणा, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पशुपालन विभाग की अस्सिटेंट कमिश्नर सुलेखा एस.एल. एवं आपदा प्रबन्धन विभाग के सचिव हेमंत गेरा ने बाड़मेर जिले के सणपा फांटा, टाकू बेरी, धन्ने की ढाणी, बिलासर, गेहूं, बोथिया, निम्बला, गूंगा समेत कई गांवों का दौरा कर अकाल की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने चारे-पानी एवं रोजगार की समस्या से अवगत कराते हुए पशु शिविर एवं चारा डिपो खोलने और मनरेगा में अतिरिक्त रोजगार दिलाने की मांग रखी।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कृषि आदान से प्रभावित किसानों की सूची अटल सेवा केंद्र पर संबंधित विभागीय अधिकारियों को चस्पा करने के निर्देश दिए। ग्रामीण पोकर राम ने केंद्रीय अध्ययन दल को बताया कि केवल एक बारिश होने से टांकों में पानी नहीं आया। इसके उपरांत केंद्रीय अध्ययन दल ने गेहूं रोड़ स्थित गोपाल गौशाला का भी निरीक्षण किया। केंद्रीय अध्ययन दल ने गौशाला संचालन एवं मिलने वाले अनुदान के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय अध्ययन दल में शामिल कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव दिनेश कुमार, नीति आयोग के कृषि निदेशक शिवसिंह मीणा, कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पशुपालन विभाग की अस्सिटेंट कमिश्नर सुलेखा एस.एल. एवं आपदा प्रबन्धन विभाग के सचिव हेमंत गेरा ने बाड़मेर जिले के सणपा फांटा, टाकू बेरी, धन्ने की ढाणी, बिलासर, गेहूं, बोथिया, निम्बला, गूंगा समेत कई गांवों का दौरा कर अकाल की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने चारे-पानी एवं रोजगार की समस्या से अवगत कराते हुए पशु शिविर एवं चारा डिपो खोलने और मनरेगा में अतिरिक्त रोजगार दिलाने की मांग रखी।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कृषि आदान से प्रभावित किसानों की सूची अटल सेवा केंद्र पर संबंधित विभागीय अधिकारियों को चस्पा करने के निर्देश दिए। ग्रामीण पोकर राम ने केंद्रीय अध्ययन दल को बताया कि केवल एक बारिश होने से टांकों में पानी नहीं आया। इसके उपरांत केंद्रीय अध्ययन दल ने गेहूं रोड़ स्थित गोपाल गौशाला का भी निरीक्षण किया। केंद्रीय अध्ययन दल ने गौशाला संचालन एवं मिलने वाले अनुदान के बारे में जानकारी ली।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
बाड़मेर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement