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केन्द्र सरकार को रैबीज रोधी टीके जन्म के तत्काल बाद लगना अनिवार्य करना चाहिए : ओमेश भारती
धर्मशाला। पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर ओमेश भारती ने कहा है कि केन्द्र सरकार को रैबीज रोधी टीके जन्म के तत्काल बाद लगना अनिवार्य करना चाहिए ताकि जानवरों के काटने से प्रति वर्ष होने वाली 49,000 मौतों को रोका जा सके। डॉक्टर भारती संक्रमण से होने वाली महामारी के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कहा,‘‘भारत में रैबीज से प्रति वर्ष औसतन 49 हजार लोगों की मौत हो जाती है। अगर आपको इसे मिटाना है तो आपको जन्म के तत्काल बाद रैबीज रोधी टीके लगाने अनिवार्य करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि यदि जन्म के तत्काल बाद शिशुओं को रैबीज रोधी टीके लगाए जाएं तो बाद में कुत्ता,बिल्ली,नेवला, बंदर अथवा किसी अन्य जानवर के काटने की सूरत में केवल उन्हें एक बूस्टर डोज ही काफी होगी।गौरतलब है कि डॉ भारती को इस साल मार्च में राष्ट्रपति ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। उन्हें यह सम्मान रैबीज रोधी टीकों के दाम को बेहद कम करने में उनके योगदान के लिए दिया गया था। उनकी पहल से इस पूरे उपचार की कीमत 35 हजार रुपए से घट कर प्रति मरीज 350 रुपए पर आ गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे नया वैश्विक मानक भी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में रैबीज रोधी टीके निशुल्क होने के बावजूद इस वर्ष हिमाचल में पांच लोगों की मौत रैबीज से हो गई। सभी मौतें कुत्ते के काटने से हुईं। उन्होंने कहा कि गलत धारण और जागरुकता में कमी इन मौतों की वजह है।
उन्होंने कहा कि यदि जन्म के तत्काल बाद शिशुओं को रैबीज रोधी टीके लगाए जाएं तो बाद में कुत्ता,बिल्ली,नेवला, बंदर अथवा किसी अन्य जानवर के काटने की सूरत में केवल उन्हें एक बूस्टर डोज ही काफी होगी।गौरतलब है कि डॉ भारती को इस साल मार्च में राष्ट्रपति ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। उन्हें यह सम्मान रैबीज रोधी टीकों के दाम को बेहद कम करने में उनके योगदान के लिए दिया गया था। उनकी पहल से इस पूरे उपचार की कीमत 35 हजार रुपए से घट कर प्रति मरीज 350 रुपए पर आ गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे नया वैश्विक मानक भी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में रैबीज रोधी टीके निशुल्क होने के बावजूद इस वर्ष हिमाचल में पांच लोगों की मौत रैबीज से हो गई। सभी मौतें कुत्ते के काटने से हुईं। उन्होंने कहा कि गलत धारण और जागरुकता में कमी इन मौतों की वजह है।
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