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बमसन में लगा किसान जैविक खेती प्रशिक्षण शिविर
हमीरपुर। बमसन ब्लाक की गवारड़ू पंचायत में संचालित जैविक खेती परियोजनाए जिसमें गवारड़ू पंचायत के अन्तर्गत कुल 100 हैक्टेयर भूमि पर जैविक खेती परियोजना का संचालन किया जा रहा है जिसे बमसन आग्रेनिक ग्रोअर्स ग्रुप-2 समूह का नाम दिया गया है जिससे 193 किसान लाभान्वित हो रहे हैं। यह जानकारी उपनिदेशक कृषि डा. केएल रतन ने दी। उन्होंने बताया कि परियोजना कृषि विभाग के सौजन्य से वर्ष 2014-15 में प्रारम्भ की गई थी तथा वर्तमान में परियोजना जैविक प्रमाणीकरण द्वितीय चरण में चल रही है।
उन्होंने बताया कि परियोजना को संचालित करने में स्वयंसेवी संस्था ईकोआ विभाग की सहयोगी के रूप में क्षेत्र में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के सौजन्य से ईकोआ द्वारा जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गवारड़ू गांव में किया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में किसानों को जैविक खेती से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा जैविक खेती की विभिन्न आसान वैज्ञानिक विधियों के बारे में बताया गया ताकि किसान अपने घर तथा खेत में ही जैविक खाद एवं दवाएं बना सकें।
उन्होंने बताया कि किसानों को फसल बीमा योजना तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ विपिन शर्मा ने किसानों को कृषि योजनाओं के बारे में जागरूक किया और फाल बीमा योजना के आवश्यक फार्म भी किसानों को दिए। ईकोआ की ओर से डा. अमर सिंह कश्यप ने किसानों को गेहूं, चना, सरसों एवं जौं की फसलों को जैविक तरीके से पैदा करने की सम्पूर्ण विधि तथा रोहताश ने जैविक उत्पादों की मार्केटिंग और अनिक शर्मा ने कम लागत से जैविक खादों एवं कीटनाशकों को बनाने की सरल विधियों के बारे में किसानों को विस्तार से बताया।
इस अवसर पर किसानों को नि:शुल्क जैविक खाद एवं प्लास्टिक की बाल्टी और घड़ा प्रदान किया गया जोकि किसानों को खेतों में काम आ सके। प्रगतिशील किसान नसीब सिंह, विचित्र सिंह और 150 के लगभग किसानों ने प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। पंचायत प्रधान सिमरो देवी, उपप्रधान जीवन सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि परियोजना को संचालित करने में स्वयंसेवी संस्था ईकोआ विभाग की सहयोगी के रूप में क्षेत्र में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के सौजन्य से ईकोआ द्वारा जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गवारड़ू गांव में किया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में किसानों को जैविक खेती से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा जैविक खेती की विभिन्न आसान वैज्ञानिक विधियों के बारे में बताया गया ताकि किसान अपने घर तथा खेत में ही जैविक खाद एवं दवाएं बना सकें।
उन्होंने बताया कि किसानों को फसल बीमा योजना तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ विपिन शर्मा ने किसानों को कृषि योजनाओं के बारे में जागरूक किया और फाल बीमा योजना के आवश्यक फार्म भी किसानों को दिए। ईकोआ की ओर से डा. अमर सिंह कश्यप ने किसानों को गेहूं, चना, सरसों एवं जौं की फसलों को जैविक तरीके से पैदा करने की सम्पूर्ण विधि तथा रोहताश ने जैविक उत्पादों की मार्केटिंग और अनिक शर्मा ने कम लागत से जैविक खादों एवं कीटनाशकों को बनाने की सरल विधियों के बारे में किसानों को विस्तार से बताया।
इस अवसर पर किसानों को नि:शुल्क जैविक खाद एवं प्लास्टिक की बाल्टी और घड़ा प्रदान किया गया जोकि किसानों को खेतों में काम आ सके। प्रगतिशील किसान नसीब सिंह, विचित्र सिंह और 150 के लगभग किसानों ने प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। पंचायत प्रधान सिमरो देवी, उपप्रधान जीवन सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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