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साफ दिख रही है भाजपा की बढ़त
शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में अब एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। लोकसभा की चारों सीटों पर भाजपा की बढ़त स्पष्ट रुप से दिखाई दे रही है। चुनाव प्रचार बंद होने के बाद जब माहौल बिल्कुल शांत है तो यह महसूस हो रहा है कि लोग एक बार फिर देश की बागडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मज़बूत और ईमानदार हाथों में सौंपना चाहते हैं। प्रदेश की जनता पिछले लोकसभा चुनाव की तरह मोदी पर विश्वास करके उन्हें चारों सीटों पर बढ़त के साथ जीत दिलाएगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा सवा साल में विकास के लिए इमानदारी के साथ किए गए प्रयास और कांग्रेस के भीतर लड़ाई एवं संगठन स्तर पर चरमराया हुआ ढांचा भी भाजपा की बढ़त के कारणों में शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए यह लोकसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती था।वे पहली बार मुख्यमंत्री बने और व्यवहारिक रूप से चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जा रहा था। चुनाव में विकास और आम जनता की भलाई के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा की दिहाड़ी और दिनों की संख्या में बढ़ोत्तरी का अच्छा असर देखने को मिला। रसोई में लकड़ी के धुएं से माताओं बहनों को होने वाली परेशानी से गृहणी सुविधा योजना ने छुटकारा दिलाया अब महिलाएं बड़े आराम से गैस चूल्हे पर खाना बनाती है।।
गांव गांव में शौचालय, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज और बेघर लोगों को सरकार द्वारा घर दिया लोगों के दिलो दिमाग पर गहरा असर छोड गया। सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक दवाई मुफ्त मिलती हैं ।इससे गरीब मरीजों को काफी राहत मिलती है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की आपसी लड़ाई का सार्वजनिक मंच तक पहुंच जाना भाजपा के लिए एक अच्छा संकेत रहा प्रदेश में व्यापक जनाधार वाले नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांग्रेस की राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा और प्रदेश में उनकी टीम के खिलाफ लगातार हमले बोलते रहे। एक बार तो उन्होंने आनंद शर्मा के समर्थक पूर्व पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू कि बारे में अपशब्द कहकर सभी को चौका दिया था। कांग्रेस का कमजोर ढांचा भी लोकसभा चुनावों के लिए संगठन स्तर पर पूरी तरह तैयार नहीं था। राहुल गांधी की लोक लुभावनी घोषणाओं पर लोग इसलिए विश्वास नहीं कर पा रहे क्योंकि वे 2004 से 2014 तक 10 साल लगातार कांग्रेस का शासन देख चुके हैं।
इन कारणों से कांग्रेस कोशिशें करने के बावजूद भाजपा से हर मामले में पिछड़ती चली गई। मोदी की मंडी और सोलन में हुई रैलियों में उमड़ी भीड़ के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैलियों ने माहौल पूरी तरह भगवा पार्टी के पक्ष में कर दिया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद रिकार्ड 103 चुनावी रैलियां कर के मोदी की लहर को तेज़ कर दिया।
इसका नतीजा या हुआ कि शिमला क्षेत्रके उम्मीदवार सुरेश कश्यप, कांगड़ा में किशन कपूर, मंडी में रामस्वरुप और हमीरपुर से अनुराग ठाकुर भाजपा को अच्छी बढ़त के साथ जीत दिलाते दिख रहे हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए यह लोकसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती था।वे पहली बार मुख्यमंत्री बने और व्यवहारिक रूप से चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जा रहा था। चुनाव में विकास और आम जनता की भलाई के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा की दिहाड़ी और दिनों की संख्या में बढ़ोत्तरी का अच्छा असर देखने को मिला। रसोई में लकड़ी के धुएं से माताओं बहनों को होने वाली परेशानी से गृहणी सुविधा योजना ने छुटकारा दिलाया अब महिलाएं बड़े आराम से गैस चूल्हे पर खाना बनाती है।।
गांव गांव में शौचालय, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज और बेघर लोगों को सरकार द्वारा घर दिया लोगों के दिलो दिमाग पर गहरा असर छोड गया। सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक दवाई मुफ्त मिलती हैं ।इससे गरीब मरीजों को काफी राहत मिलती है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की आपसी लड़ाई का सार्वजनिक मंच तक पहुंच जाना भाजपा के लिए एक अच्छा संकेत रहा प्रदेश में व्यापक जनाधार वाले नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांग्रेस की राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा और प्रदेश में उनकी टीम के खिलाफ लगातार हमले बोलते रहे। एक बार तो उन्होंने आनंद शर्मा के समर्थक पूर्व पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू कि बारे में अपशब्द कहकर सभी को चौका दिया था। कांग्रेस का कमजोर ढांचा भी लोकसभा चुनावों के लिए संगठन स्तर पर पूरी तरह तैयार नहीं था। राहुल गांधी की लोक लुभावनी घोषणाओं पर लोग इसलिए विश्वास नहीं कर पा रहे क्योंकि वे 2004 से 2014 तक 10 साल लगातार कांग्रेस का शासन देख चुके हैं।
इन कारणों से कांग्रेस कोशिशें करने के बावजूद भाजपा से हर मामले में पिछड़ती चली गई। मोदी की मंडी और सोलन में हुई रैलियों में उमड़ी भीड़ के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैलियों ने माहौल पूरी तरह भगवा पार्टी के पक्ष में कर दिया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद रिकार्ड 103 चुनावी रैलियां कर के मोदी की लहर को तेज़ कर दिया।
इसका नतीजा या हुआ कि शिमला क्षेत्रके उम्मीदवार सुरेश कश्यप, कांगड़ा में किशन कपूर, मंडी में रामस्वरुप और हमीरपुर से अनुराग ठाकुर भाजपा को अच्छी बढ़त के साथ जीत दिलाते दिख रहे हैं।
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