Barmer news : Test Certificate compulsory of Horse Animal Disease Free For Participation in Animal Fairs-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Apr 20, 2024 12:57 am
Location
Advertisement

पशु मेलों में प्रतिभागिता के लिए अश्व वंशीय पशुओं का रोग मुक्त जांच प्रमाण-पत्र अनिवार्य

khaskhabar.com : शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2018 5:23 PM (IST)
पशु मेलों में प्रतिभागिता के लिए अश्व वंशीय पशुओं का रोग मुक्त जांच प्रमाण-पत्र अनिवार्य
जयपुर। पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी विभाग, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के अंतर्गत प्रदेश में आयोजित होने वाले समस्त पशु मेलों व प्रदर्शनियों एवं संस्थानों में ग्लेण्डर्स रोग की जांच को एहतियात के तौर पर अनिवार्य किया गया है।

पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्लेण्डर्स अश्व वंशीय पशुओं में होने वाला संक्रामक, संसर्गजन्य, आर्थिक एवं जूनोटिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रोग है। गत वर्षों में उत्तरप्रदेश, हिमाचल, जम्मू एवं कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में रोग चिन्हित होने के मद्देनजर भारत सरकार द्वारा सलाह जारी की गई है, ताकि रोग के फैलाव को नियंत्रित किया जा सके। उल्लेखनीय है कि राज्य में घोड़ों की प्रयोगशाला जांच के बाद ग्लेण्डर्स रोग की पुष्टि होने पर प्रदेश के धौलपुर, अजमेर, रामसमंद एवं उदयपुर जिलें में घोड़ों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

पशुपालन निदेशक ने बताया कि आगामी 13 मार्च से हो रहे श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा, बाड़मेर में प्रतिभागी घोड़ों के लिए ग्लेण्डर्स रोग के सर्वेक्षण तथा निदान के लिए 17 से 24 फरवरी, 2018 तक नजदीकी राजकीय पशु चिकित्सा संस्था में सम्पर्क कर जांच के लिए सीरम सैम्पल का संग्रहण आवश्यक रूप से कराया जाना है।

उन्होंने बताया कि अश्व वंशीय पशुओं को ग्लेण्डर्स रोग की पुष्टि के लिए अनिवार्य एलिसा अथवा सी.एफ.टी. परीक्षण में निगेटिव जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर ही श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा, बाड़मेर में प्रवेश दिया जा सकेगा। राज्य के धौलपुर, अजमेर, राजसमंद एवं उदयपुर जिलों से घोड़ों की आवाजाही प्रतिबंधित होने के कारण इन जिलों के अश्व वंशीय पशुओं की प्रतिभागिता पर पूर्णतया रोक रहेगी।


ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar Rajasthan Facebook Page:
Advertisement
Advertisement