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आधी पुलिस चौथ वसूली में लगी, आधी अपने साधनों से अवैध बजरी-पत्थर ढोने में-मेघवाल
बारां। बारां जिले में आए दिन हो रही चोरी, लूट, डकैती की घटनाओं पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने गहरा रोष व्यक्त करते हुए इन पर प्रभावी अंकुश लगाया जाकर आमजन की जान-माल की हिफाजत करने की पुलिस प्रशासन से मांग की गई है।
जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने बताया कि अभी हाल ही में कुछ दिन पहले कलमण्डा, बामली एवं बामला गांवों में मध्यप्रदेश राज्य के नम्बरों वाली गाडी जिस पर भाजपा के कमल के फूल की प्लेट लगी हुई थी, से डकैती करते हुए अपराधियों को आमजन के सहयोग से पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। अभी उन घटित वारदातों का पुलिस द्वारा खुलासा भी नहीं किया गया कि सोमवार रात्रि को बारां शहर की पॉश नाकोडा कालोनी में ब्रिलियण्ट पब्लिक स्कूल के सामने तथा पुलिस चौकी से केवल 150 मीटर दूर हथियारबंद लुटेरों ने रिवाल्वर एवं लाठियों के दम पर ग्राम कमलण्डा तथा हाल मुकाम नाकोडा कालोनी निवासी महेश मेहरा के मकान में घुसकर 95 हजार रूपए की नगदी सहित सोना, चांदी की लूट की एवं परिवारजनों के साथ मारपीट करते हुए उन्हें गंभीर घायल कर फरार हो गए।
जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने कहा कि पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए घटना घटित होने के उपरान्त अटरू, छबड़ा, छीपाबडौद में सर्चिंग कर रही है, जबकि पुलिस नाकोडा कालोनी में घटित वारदात की सूचना के तत्काल बाद यदि नाकेबंदी करती तो अपराधियों को 15 किलोमीटर के एरिया में ही गिरफ्तार किया जा सकता था।
मेघवाल ने कहा कि बारां जिले की पुलिस का कार्य करने का तरीका ही अलग है। यहां की पुलिस के कई कर्मचारी अपने स्वयं के संसाधन लगाकर जिले में अवैध बजरी व पत्थर के काम को अंजाम दे रहे है। अवैध बजरी, पत्थर का व्यवसाय करने वालों से चौथ वसूली करने में लगे हुए हैं तथा आधे पुलिस के कर्मचारी सट्टा, जु्आ वालों से अवैध वसूली कर रहे हैं। उन्हें आमजन की जान-माल की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। इससे जनता का पुलिस के ऊपर से विश्वास उठ रहा है तथा अपनी जान-माल को लेकर भय का माहौल बना हुआ है।
मेघवाल ने कहा कि पुलिस की रात्रिकालीन गश्त व्यवस्था केवल दिखावा साबित हो रही है। रात्रि के समय चलने वाली पुलिस गश्त की गाडी के कई अधिकारी तेलफेक्ट्री चौकी, बस स्टेण्ड चौकी, तलावडा रोड, शाहबाद रोड, झालावाड रोड पेट्रोल पम्प आदि स्थानों पर सोते हुए नजर आते हैं। इसी के साथ रात्रिकालीन सिगमा में चलने वाले पुलिस के जवान मेलाग्राउण्ड चौकी, इदगाह चौकी, मांगरोल दरवाजा चौकी, तेलफेक्ट्री चौकी एवं स्वयं के कमरों आदि स्थानों पर सोते हुए नजर आते है। केवल पुलिस गश्त की गाडी को शक्ल दिखाने के लिए ही उनके सामने आकर यह जाहिर करते है कि वह बहुत अच्छी गश्त कर रहे हैं।
मेघवाल ने कहा कि इससे बडी हास्यास्पद स्थिति क्या होगी कि रात्रिकालीन गश्त के दौरान चलने वाले पुलिस अधिकारियों के वाहनों में हथियारों को छोडे, ठीक तरह की लाठियां भी नहीं होती हैं। केवल एक वाहन चालक, एक पुलिस अधिकारी तथा एक कांस्टेबल गश्त की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बिना हथियार, लाठी के अपनी ड्यूटी की इतिश्री कर रहे है। चूंकि बारां शहर का काफी विस्तार हो चुका है लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा कुछ ही स्थानों पर गश्त लगाई जा रही है एवं इसके लिए भी पूर्व की भांति दो-दो पुलिसकर्मी नहीं लगाकर एक कार्मिक एक गश्त प्वाइंट पर लगाया जा रहा है जो केवल मात्र अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने को लेकर ही ड्यूटी कर रहा है। यदि रात्रि में उसके क्षेत्र में कोई वारदात होती है तो वह अकेला कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है।
यदि बारां जिले की पुलिस के अधिकारी, कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का ठीक प्रकार से निर्वहन नही करेंगे तो फिर आमजन की जान-माल की सुरक्षा व्यवस्था किसके भरोसे रहेगी।
मेघवाल ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन द्वारा जिले में घटित हो रही चोरी, लूट, डकैती, कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में नहीं किया गया तथा अपराधियों को शीघ्र नही पकडा गया तो कांग्रेस पार्टी द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने बताया कि अभी हाल ही में कुछ दिन पहले कलमण्डा, बामली एवं बामला गांवों में मध्यप्रदेश राज्य के नम्बरों वाली गाडी जिस पर भाजपा के कमल के फूल की प्लेट लगी हुई थी, से डकैती करते हुए अपराधियों को आमजन के सहयोग से पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। अभी उन घटित वारदातों का पुलिस द्वारा खुलासा भी नहीं किया गया कि सोमवार रात्रि को बारां शहर की पॉश नाकोडा कालोनी में ब्रिलियण्ट पब्लिक स्कूल के सामने तथा पुलिस चौकी से केवल 150 मीटर दूर हथियारबंद लुटेरों ने रिवाल्वर एवं लाठियों के दम पर ग्राम कमलण्डा तथा हाल मुकाम नाकोडा कालोनी निवासी महेश मेहरा के मकान में घुसकर 95 हजार रूपए की नगदी सहित सोना, चांदी की लूट की एवं परिवारजनों के साथ मारपीट करते हुए उन्हें गंभीर घायल कर फरार हो गए।
जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने कहा कि पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए घटना घटित होने के उपरान्त अटरू, छबड़ा, छीपाबडौद में सर्चिंग कर रही है, जबकि पुलिस नाकोडा कालोनी में घटित वारदात की सूचना के तत्काल बाद यदि नाकेबंदी करती तो अपराधियों को 15 किलोमीटर के एरिया में ही गिरफ्तार किया जा सकता था।
मेघवाल ने कहा कि बारां जिले की पुलिस का कार्य करने का तरीका ही अलग है। यहां की पुलिस के कई कर्मचारी अपने स्वयं के संसाधन लगाकर जिले में अवैध बजरी व पत्थर के काम को अंजाम दे रहे है। अवैध बजरी, पत्थर का व्यवसाय करने वालों से चौथ वसूली करने में लगे हुए हैं तथा आधे पुलिस के कर्मचारी सट्टा, जु्आ वालों से अवैध वसूली कर रहे हैं। उन्हें आमजन की जान-माल की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। इससे जनता का पुलिस के ऊपर से विश्वास उठ रहा है तथा अपनी जान-माल को लेकर भय का माहौल बना हुआ है।
मेघवाल ने कहा कि पुलिस की रात्रिकालीन गश्त व्यवस्था केवल दिखावा साबित हो रही है। रात्रि के समय चलने वाली पुलिस गश्त की गाडी के कई अधिकारी तेलफेक्ट्री चौकी, बस स्टेण्ड चौकी, तलावडा रोड, शाहबाद रोड, झालावाड रोड पेट्रोल पम्प आदि स्थानों पर सोते हुए नजर आते हैं। इसी के साथ रात्रिकालीन सिगमा में चलने वाले पुलिस के जवान मेलाग्राउण्ड चौकी, इदगाह चौकी, मांगरोल दरवाजा चौकी, तेलफेक्ट्री चौकी एवं स्वयं के कमरों आदि स्थानों पर सोते हुए नजर आते है। केवल पुलिस गश्त की गाडी को शक्ल दिखाने के लिए ही उनके सामने आकर यह जाहिर करते है कि वह बहुत अच्छी गश्त कर रहे हैं।
मेघवाल ने कहा कि इससे बडी हास्यास्पद स्थिति क्या होगी कि रात्रिकालीन गश्त के दौरान चलने वाले पुलिस अधिकारियों के वाहनों में हथियारों को छोडे, ठीक तरह की लाठियां भी नहीं होती हैं। केवल एक वाहन चालक, एक पुलिस अधिकारी तथा एक कांस्टेबल गश्त की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बिना हथियार, लाठी के अपनी ड्यूटी की इतिश्री कर रहे है। चूंकि बारां शहर का काफी विस्तार हो चुका है लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा कुछ ही स्थानों पर गश्त लगाई जा रही है एवं इसके लिए भी पूर्व की भांति दो-दो पुलिसकर्मी नहीं लगाकर एक कार्मिक एक गश्त प्वाइंट पर लगाया जा रहा है जो केवल मात्र अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने को लेकर ही ड्यूटी कर रहा है। यदि रात्रि में उसके क्षेत्र में कोई वारदात होती है तो वह अकेला कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है।
यदि बारां जिले की पुलिस के अधिकारी, कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का ठीक प्रकार से निर्वहन नही करेंगे तो फिर आमजन की जान-माल की सुरक्षा व्यवस्था किसके भरोसे रहेगी।
मेघवाल ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन द्वारा जिले में घटित हो रही चोरी, लूट, डकैती, कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में नहीं किया गया तथा अपराधियों को शीघ्र नही पकडा गया तो कांग्रेस पार्टी द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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