Advertisement
ऐतिहासिक दिन के रूप में अंकित हुआ आज का दिन : CM
बांसवाड़ा/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ‘जय किसान-जय राजस्थान’ के उद्घोष के साथ गुरुवार को वागड़ की धरती पर प्रदेश में 29 लाख 30 हजार किसानों का करीब साढ़े 8 हजार करोड़ रुपए का फसली ऋण माफ करने की ऐतिहासिक योजना की शुरुआत की। इसके साथ ही प्रदेश में 31 मई का यह दिन एक ऐतिहासिक दिन के रूप में अंकित हो गया। मुख्यमंत्री ने बांसवाड़ा के काॅलेज ग्राउंड में किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र भी वितरित किए, जिन्हें पाकर किसानों के चेहरे खिल उठे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजस्थान के इतिहास में यह पहली सरकार है जिसने किसानों का पचास हजार रुपए तक का कर्जा माफ किया, जबकि पिछली दो केन्द्र सरकारों ने किसानों का मात्र दस-दस हजार रुपए तक का ही कर्जा माफ किया था।
4 जून से ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण शिविर
मुख्यमंत्री राजे के हाथों किसानों को कर्ज माफी प्रमाण पत्र के साथ-साथ नया ऋण स्वीकृत का भी प्रमाण पत्र दिया गया, जिससे किसानों के चेहरों पर दोहरी खुशी दिखाई दी। एक उनके 50 हजार रुपए तक के ऋण माफ होने की तो दूसरी उन्हें नए ऋण के रूप में 50 हजार रुपए मिलने की। इस मौके पर सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सोच एवं उनके ऊर्जावान नेतृत्व के कारण किसानों की कर्जमाफी जैसा निर्णय संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि 4 जून से पूरे प्रदेश में ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण शिविर लगाए जाएंगे।
2 हेक्टेयर से अधिक भूमिधारी किसानों का भी कर्जा माफ
4 जून से ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण शिविर
मुख्यमंत्री राजे के हाथों किसानों को कर्ज माफी प्रमाण पत्र के साथ-साथ नया ऋण स्वीकृत का भी प्रमाण पत्र दिया गया, जिससे किसानों के चेहरों पर दोहरी खुशी दिखाई दी। एक उनके 50 हजार रुपए तक के ऋण माफ होने की तो दूसरी उन्हें नए ऋण के रूप में 50 हजार रुपए मिलने की। इस मौके पर सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सोच एवं उनके ऊर्जावान नेतृत्व के कारण किसानों की कर्जमाफी जैसा निर्णय संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि 4 जून से पूरे प्रदेश में ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण शिविर लगाए जाएंगे।
2 हेक्टेयर से अधिक भूमिधारी किसानों का भी कर्जा माफ
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
बांसवाड़ा
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement