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Ayodhya case: सुप्रीम कोर्ट में वकील ने कहा, अवशेष से साफ पता चलता है की यहां एक विशाल मंदिर था
परिक्रमा मार्ग पर पक्का और कच्चा रास्ता बना था, आसपास साधुओं की
कुटियाएं थी। रामलला के वकील ने इस दौरान ASI की रिपोर्ट की एल्बम की
तस्वीरें भी दिखाते हुए कहा कि मस्जिद में मानवीय या जीव जंतुओं की
मूर्तियां नहीं हो सकती हैं, अगर हैं तो वह मस्जिद नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा कि इस्लाम मे नमाज़/प्रार्थना तो कहीं भी हो सकती है।
मस्जिदें तो सामूहिक साप्ताहिक और दैनिक प्रार्थना के लिए ही होती हैं।
इस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कहीं पर भी नमाज़ अदा करने की बात गलत है, ये इस्लाम की सही व्याख्या नहीं है। इस पर रामलला के वकील वैद्यनाथन ने कहा कि गलियों और सड़कों पर भी तो नमाज़ होती है। सुनवाई के दौरान रामलला विराजमान की तरफ से 1990 में ली गई तस्वीरों के हवाला देते हुए बताया कि इन तस्वीरों में दिखाए गए स्तंभों में शेर और कमल उकेरे गए हैं। इस तरह के चित्र कभी भी इस्लामिक परंपरा का हिस्सा नहीं रहे हैं।
इस पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कहीं पर भी नमाज़ अदा करने की बात गलत है, ये इस्लाम की सही व्याख्या नहीं है। इस पर रामलला के वकील वैद्यनाथन ने कहा कि गलियों और सड़कों पर भी तो नमाज़ होती है। सुनवाई के दौरान रामलला विराजमान की तरफ से 1990 में ली गई तस्वीरों के हवाला देते हुए बताया कि इन तस्वीरों में दिखाए गए स्तंभों में शेर और कमल उकेरे गए हैं। इस तरह के चित्र कभी भी इस्लामिक परंपरा का हिस्सा नहीं रहे हैं।
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फर्रुखाबाद
उत्तर प्रदेश से
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