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एटीएम कोड पूछ कर धोखाधड़ी रोकने की कवायद
कुरुक्षेत्र।
जिला में फोन पर एटीएम का कोड पूछकर खाते से पैसे निकालने की घटनाऐं बढ रही है।
बढती हुई घटनाओं पर सज्ञांन लेते हुऐ पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने बैंक
अधिकारियों और आर्थिक अपराध शाखा के कर्मचारियों के साथ मीटिंग कर घटनाओं पर रोक
लगाने पर विचार विमर्श किया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने कहा कि ऐसे अपराधो या घटनाओं से बचने के लिये आमजन का जागरुक होना जरुरी है। जब तक आम नागरिक जागरुक नही होगा ऐसी घटनाओं को रोक पाना मुश्किल है। हालांकि पुलिस अपना काम कर रही है। ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधी शातिर होते हैं ऐसे अपराधी फोन करने के लिये चोरी की सिम का प्रयोग करते हैं या टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण अपराधियों तक पहुँच पाना कठिन हो जाता है। बैंक अधिकारी भी इस बारे समय समय पर लोगों को जागरुक करने के लिये विभिन्न सेमीनार या शिविर लगाते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि हम थोडे से जागरुक हो जाऐं तो ऐसे घटनाओं पर विराम लग सकता है।
उन्होने आमजन से भी अपील की है कि ए टी एम कार्ड उपभोक्ता किसी के साथ भी अपना पिन कोड या ए टी एम का नम्बर सांझा ना करे, एटीएम या डेबिट कार्ड का कोड , पासवर्ड एटीएम के साथ ना रखे और ना ही उसके लिफाफे पर लिखे यदि कोई भी व्यक्ति आपसे आपके एटीएम या खाते के बारे मे फोन पर जानकारी मांगे तो ना दे, एटीएम प्रयोग करते समय बूथ पर सावधानी रखें कि कोई व्यक्ति आप पर नजर तो नही रख रहा, ना ही किसी से बातचीत करें, बैंक मे पैसे निकलवाने के लिये विड्राल फार्म खुद भरें या बैकं के ही किसी कर्मचारी से भरवाऐं, पैट्रोल पम्प पर पैट्रोल भरवाते समय या अन्य खरीददारी करते समय कार्ड के इस्तेमाल के समय सावधानी रखें, ए टी एम कार्ड की फोटोकापी ना रखे, कार्ड के गुम होने पर जितना जल्दी हो सके बैंक से सम्पर्क करें। आर्थिक अपराध शाखा ईचार्ज उप निरीक्षक सीता राम ने बताया कि दिसम्बर माह मे फोन पर कोड पूछकर ए टी एम से पैसे निकलवाने के करीब 8 मामले सामने आ चुके हैं वहीं जनवरी मे अब तक 4 मामले उजागर हो चुके हैं। इन मामलो मे कुल 4 लाख 6 हजार 500 रुपये के रुप मे उपभोक्ता अपने कमाई गवां चुके हैं दिसम्बर माह मे तीन लाख तीस हजार व जनवरी माह मे करीब 75 हजार रुपये ए टी एम उपभोक्ताओं से ठगे गये हैं। उन्होने बताया कि अनपढ ही नही पढे लिखे लोग भी इनके झांसे मे फसंकर अपने पैसे गवां बैठते हैं। उन्होने कहा कि इस बारे जागरुक होने की आवश्यकता है। अपने साथ साथ अपने बच्चों को भी इस बारे जरुर बताऐं।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने कहा कि ऐसे अपराधो या घटनाओं से बचने के लिये आमजन का जागरुक होना जरुरी है। जब तक आम नागरिक जागरुक नही होगा ऐसी घटनाओं को रोक पाना मुश्किल है। हालांकि पुलिस अपना काम कर रही है। ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधी शातिर होते हैं ऐसे अपराधी फोन करने के लिये चोरी की सिम का प्रयोग करते हैं या टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण अपराधियों तक पहुँच पाना कठिन हो जाता है। बैंक अधिकारी भी इस बारे समय समय पर लोगों को जागरुक करने के लिये विभिन्न सेमीनार या शिविर लगाते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि हम थोडे से जागरुक हो जाऐं तो ऐसे घटनाओं पर विराम लग सकता है।
उन्होने आमजन से भी अपील की है कि ए टी एम कार्ड उपभोक्ता किसी के साथ भी अपना पिन कोड या ए टी एम का नम्बर सांझा ना करे, एटीएम या डेबिट कार्ड का कोड , पासवर्ड एटीएम के साथ ना रखे और ना ही उसके लिफाफे पर लिखे यदि कोई भी व्यक्ति आपसे आपके एटीएम या खाते के बारे मे फोन पर जानकारी मांगे तो ना दे, एटीएम प्रयोग करते समय बूथ पर सावधानी रखें कि कोई व्यक्ति आप पर नजर तो नही रख रहा, ना ही किसी से बातचीत करें, बैंक मे पैसे निकलवाने के लिये विड्राल फार्म खुद भरें या बैकं के ही किसी कर्मचारी से भरवाऐं, पैट्रोल पम्प पर पैट्रोल भरवाते समय या अन्य खरीददारी करते समय कार्ड के इस्तेमाल के समय सावधानी रखें, ए टी एम कार्ड की फोटोकापी ना रखे, कार्ड के गुम होने पर जितना जल्दी हो सके बैंक से सम्पर्क करें। आर्थिक अपराध शाखा ईचार्ज उप निरीक्षक सीता राम ने बताया कि दिसम्बर माह मे फोन पर कोड पूछकर ए टी एम से पैसे निकलवाने के करीब 8 मामले सामने आ चुके हैं वहीं जनवरी मे अब तक 4 मामले उजागर हो चुके हैं। इन मामलो मे कुल 4 लाख 6 हजार 500 रुपये के रुप मे उपभोक्ता अपने कमाई गवां चुके हैं दिसम्बर माह मे तीन लाख तीस हजार व जनवरी माह मे करीब 75 हजार रुपये ए टी एम उपभोक्ताओं से ठगे गये हैं। उन्होने बताया कि अनपढ ही नही पढे लिखे लोग भी इनके झांसे मे फसंकर अपने पैसे गवां बैठते हैं। उन्होने कहा कि इस बारे जागरुक होने की आवश्यकता है। अपने साथ साथ अपने बच्चों को भी इस बारे जरुर बताऐं।
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