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सपहिया की पहल पर माना केसीसीबी संगठन, वापिस ली हड़ताल
धर्मशाला। केसीसीबी के अध्यक्ष जगदीश सपहिया के सकारात्मक हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक संगठन ने आज यहां अपनी हड़ताल वापिस ले ली। जगदीश सपहिया ने कहा कि बैंक कर्मचारियों की सभी न्यायसंगत मांगों को नियमानुरूप पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक आम लोगों का बैंक है और इसे निरन्तर सफलता के पथ पर अग्रसर रखने के लिये आवश्यक है कि बैंक प्रबन्धन और कर्मचारी इसके लिये मिल कर काम करें।
सपहिया ने कहा कि कर्मचारियों एवं उपभोक्ताओं के व्यापक हितों के संरक्षण के लिए उन्होंने गतिरोध को दूर करने के लिए पहल की एवं समस्या के समाधान के लिए कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक संगठन के पदाधिकारियों से गत सांय विस्तृत वार्ता कर उनके पक्ष को ध्यानपूर्वक सुना। इस दौरान कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बैंक प्रबंधन पर विश्वास व्यक्त करते हुए बैंक की बेहतरी के लिए पूर्ण समर्पण से कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि संगठन के पदाधिकरियों ने गत वर्ष 18 अगस्त को लिखे पत्र से उन्हें एवं अन्य प्रबंधन सदस्यों को किसी प्रकार की ठेस पहुंचने को लेकर भी खेद व्यक्त किया है। पदाधिकरियों ने इस पर भी सहमति जताई कि निदेशक मंडल, पंजीयक सहकारी सभायेंए हिमाचल प्रदेश के दिशा निर्देशों एवं स्वीकृति के अनुसार बैंक के कार्याकलाप के लिये किसी भी प्रकार के नियम बनाने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि संगठन की विभिन्न मांगों जिनमें तबादला, एक्सग्रशिया, पदोन्नति एवं अन्य वित्तीय लाभ आदि शामिल हैं, को नियमानुरूप पूरा किया जाएगा। सपहिया ने कहा कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक आम लोगों की सुविधा एवं सेवा में तत्पर है और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के मार्गदर्शन में प्रदेश के दूर दराज एवं दुर्गम क्षेत्रों में भी लोगों को बेहतर बैंकिंग सेवाओं प्रदान करने में लगा है। बैंक ने ऐसे क्षेत्रों में भी अपनी शाखाएं खोली हैं जहां राष्ट्रीयकृत बैंकों की भी शाखायें अभी तक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि बैंक निरंतर लाभ अर्जित कर रहा है और यह मुनाफा आगामी मार्च माह तक 75 करोड़ रूपए तक हो जाएगा। बैंक में रोजगार के अनेक अवसर सृजित किए गए हैं और विगत वर्षों में सैंकड़ों लोगों को नौकरियां दी गई हैं। समय समय पर कर्मचारियों को करोड़ों रूपए के वित्तीय लाभ एवं पदोन्नतियां प्रदान की गई हैं।
सपहिया ने कहा कि कर्मचारियों एवं उपभोक्ताओं के व्यापक हितों के संरक्षण के लिए उन्होंने गतिरोध को दूर करने के लिए पहल की एवं समस्या के समाधान के लिए कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक संगठन के पदाधिकारियों से गत सांय विस्तृत वार्ता कर उनके पक्ष को ध्यानपूर्वक सुना। इस दौरान कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बैंक प्रबंधन पर विश्वास व्यक्त करते हुए बैंक की बेहतरी के लिए पूर्ण समर्पण से कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि संगठन के पदाधिकरियों ने गत वर्ष 18 अगस्त को लिखे पत्र से उन्हें एवं अन्य प्रबंधन सदस्यों को किसी प्रकार की ठेस पहुंचने को लेकर भी खेद व्यक्त किया है। पदाधिकरियों ने इस पर भी सहमति जताई कि निदेशक मंडल, पंजीयक सहकारी सभायेंए हिमाचल प्रदेश के दिशा निर्देशों एवं स्वीकृति के अनुसार बैंक के कार्याकलाप के लिये किसी भी प्रकार के नियम बनाने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि संगठन की विभिन्न मांगों जिनमें तबादला, एक्सग्रशिया, पदोन्नति एवं अन्य वित्तीय लाभ आदि शामिल हैं, को नियमानुरूप पूरा किया जाएगा। सपहिया ने कहा कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक आम लोगों की सुविधा एवं सेवा में तत्पर है और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के मार्गदर्शन में प्रदेश के दूर दराज एवं दुर्गम क्षेत्रों में भी लोगों को बेहतर बैंकिंग सेवाओं प्रदान करने में लगा है। बैंक ने ऐसे क्षेत्रों में भी अपनी शाखाएं खोली हैं जहां राष्ट्रीयकृत बैंकों की भी शाखायें अभी तक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि बैंक निरंतर लाभ अर्जित कर रहा है और यह मुनाफा आगामी मार्च माह तक 75 करोड़ रूपए तक हो जाएगा। बैंक में रोजगार के अनेक अवसर सृजित किए गए हैं और विगत वर्षों में सैंकड़ों लोगों को नौकरियां दी गई हैं। समय समय पर कर्मचारियों को करोड़ों रूपए के वित्तीय लाभ एवं पदोन्नतियां प्रदान की गई हैं।
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