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अमेठी के किसान का मुफ्त में लीवर ट्रांसप्लांट
लखनऊ। अमेठी जिले के एक गरीब किसान का किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी
(केजीएमयू) में सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग की मदद से मुफ्त में लीवर
ट्रांसप्लांट किया गया।
41 वर्षीय ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे और डॉक्टरों का मानना था कि रोग का निदान ट्रांसप्लांट के बिना संभव नहीं है।
सिंह की पत्नी वंदना, 39, ने अपने अंग का एक हिस्सा दान करने का फैसला किया। विभाग ने मुख्यमंत्री असाध्य रोग योजना के तहत वित्तीय सहायता लेने में रोगी की मदद की।
निजी अस्पताल में लिवर प्रत्यारोपण का खर्च लगभग 30 लाख रुपये है, जबकि केजीएमयू में खर्च लगभग आठ लाख रुपये बताया जाता है।
विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अभिजीत चंद्रा ने डॉ.विवेक गुप्ता, डॉ. विशाल गुप्ता और डॉ. प्रदीप जोशी सहित सर्जनों की टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि सर्जरी प्रक्रिया में लगभग 12 घंटे लगे।
उन्होंने कहा कि दोनों, डोनर और प्राप्तकर्ता किसान दोनों ठीक हैं।
मार्च 2017 के बाद से केजीएमयू में यह आठवां लिवर ट्रांसप्लांट है। (आईएएनएस)
41 वर्षीय ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे और डॉक्टरों का मानना था कि रोग का निदान ट्रांसप्लांट के बिना संभव नहीं है।
सिंह की पत्नी वंदना, 39, ने अपने अंग का एक हिस्सा दान करने का फैसला किया। विभाग ने मुख्यमंत्री असाध्य रोग योजना के तहत वित्तीय सहायता लेने में रोगी की मदद की।
निजी अस्पताल में लिवर प्रत्यारोपण का खर्च लगभग 30 लाख रुपये है, जबकि केजीएमयू में खर्च लगभग आठ लाख रुपये बताया जाता है।
विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अभिजीत चंद्रा ने डॉ.विवेक गुप्ता, डॉ. विशाल गुप्ता और डॉ. प्रदीप जोशी सहित सर्जनों की टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि सर्जरी प्रक्रिया में लगभग 12 घंटे लगे।
उन्होंने कहा कि दोनों, डोनर और प्राप्तकर्ता किसान दोनों ठीक हैं।
मार्च 2017 के बाद से केजीएमयू में यह आठवां लिवर ट्रांसप्लांट है। (आईएएनएस)
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