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बादल फटने के बाद अमरनाथ तीर्थयात्रियों को बचाते समय सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी बाढ़ में बहा
जयपुर। अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद से भारतीय जवानों की टीमों ने मोर्चा संभाला हुआ है। लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। इस बीच, पीड़ित लोगों को बाढ़ के पानी से निकालने के दौरान राजस्थान के बीकानेर के एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी पानी के तेज बहाव में बह गए।
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान श्रीगंगानगर ट्रैफिक थाने के पूर्व प्रभारी सुशील खत्री के रूप में हुई है।
बादल फटने से अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
खत्री उन 17 तीर्थयात्रियों के जत्थे में शामिल थे, जो 3 जुलाई को श्री गंगानगर से रवाना हुए थे और आपदा के नौ दिन पहले ही सेवा से रिटायर हुए थे।
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे के साथ हॉलिडे प्लान किया था।
बादल फटने के कारण आई बाढ़ के वक्त वह अमरनाथ गुफा के पास एक तंबू में थे, जिसमें कई अन्य तीर्थयात्री भी मौजूद थे। जैसे ही बाढ़ का पानी आया, तंबू बह गया।
खत्री ने बादल फटने के कारण आई बाढ़ में बहने से कई लोगों को बचाया। इस दौरान वह खुद तेज बहाव का शिकार बन गए।
--आईएएनएस
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान श्रीगंगानगर ट्रैफिक थाने के पूर्व प्रभारी सुशील खत्री के रूप में हुई है।
बादल फटने से अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
खत्री उन 17 तीर्थयात्रियों के जत्थे में शामिल थे, जो 3 जुलाई को श्री गंगानगर से रवाना हुए थे और आपदा के नौ दिन पहले ही सेवा से रिटायर हुए थे।
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे के साथ हॉलिडे प्लान किया था।
बादल फटने के कारण आई बाढ़ के वक्त वह अमरनाथ गुफा के पास एक तंबू में थे, जिसमें कई अन्य तीर्थयात्री भी मौजूद थे। जैसे ही बाढ़ का पानी आया, तंबू बह गया।
खत्री ने बादल फटने के कारण आई बाढ़ में बहने से कई लोगों को बचाया। इस दौरान वह खुद तेज बहाव का शिकार बन गए।
--आईएएनएस
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